चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के दीन दयाल उपाध्याय (DDU) रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ की ओर जाने वाली स्पेशल ट्रेनों में चढ़ने के लिए यात्रियों के बीच जबरदस्त मारामारी देखने को मिल रही है। महाकुंभ में संगम में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे ट्रेन में बैठने को लेकर लोग आपस में भिड़ रहे हैं। यह स्थिति तब और बिगड़ जाती है, जब कुछ यात्री ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करते हैं, तो ट्रेनों के भीतर और बाहर जोर-जोर से धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू हो जाती है।
DDU Railway Station : मारपीट का वीडियो हुआ वायरल!
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें देखा जा सकता है कि DDU जंक्शन पर यात्रियों के दो समूह ट्रेन में चढ़ने के लिए आपस में भिड़ गए। पहले कहासुनी हुई और फिर विवाद बढ़ते-बढ़ते एक समूह के एक व्यक्ति ने दूसरे समूह के एक व्यक्ति को पीट दिया। जब दूसरे समूह के लोग यह देखकर नाराज हो गए, तो उन्होंने पलटकर पहले समूह को पीटना शुरू कर दिया। इस मारामारी के बीच, अन्य यात्री दहशत में आ गए और अफरा-तफरी मच गई।
आरपीएफ जवान ने स्थिति को संभाला
हालांकि, गनीमत यह रही कि स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ (रेलवे पुलिस बल) के जवानों ने तुंरत हस्तक्षेप किया और दोनों समूहों को अलग किया। उन्होंने समझाने का प्रयास किया, ताकि आगे किसी भी प्रकार की और हिंसा न हो। इसके बाद दोनों समूहों को शांत किया गया और यात्री अपने रास्ते पर रवाना हो गए। इस घटना से साफ हो गया कि महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण स्टेशन पर भीड़ का प्रबंधन बहुत मुश्किल हो जाता है।
DDU स्टेशन पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
महाकुंभ जाने के लिए DDU रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। स्थिति यह है कि ट्रेनों में बैठने तक की जगह नहीं है, और कई लोग खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर हैं। लोग किसी तरह ट्रेनों में चढ़कर अपनी यात्रा पूरी कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि लाखों लोग इस बार महाकुंभ में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं। महाकुंभ का आयोजन भारत के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में से एक माना जाता है।
स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 60.70 करोड़ के पार
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में चल रहा है, अब तक 60.70 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विशाल भीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि यह महाकुंभ की सफलता का प्रतीक है और इसका श्रेय वहां के अनुकूल वातावरण को जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।
महाकुंभ की भीड़ को लेकर प्रशासन की तैयारियां
महाकुंभ में बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने खासतौर पर ट्रेनों और स्टेशन पर व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए हैं। बावजूद इसके, DDU जंक्शन पर यात्रियों के बीच भीड़-भाड़ और प्रतिस्पर्धा का आलम यह है कि कभी-कभी स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है। यात्री ट्रेन में चढ़ने की होड़ में किसी भी कीमत पर अपनी जगह बनाने के लिए तैयार रहते हैं, जिससे न सिर्फ उन्हें शारीरिक रूप से परेशानी होती है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ जाता है।
इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने विशेष ध्यान देने की बात कही है और आने वाले दिनों में महाकुंभ के अन्य दिनों में अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, इस प्रकार के आयोजनों में भीड़ का यह पैटर्न सामान्य होता है, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों की सुरक्षा और आराम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
महाकुंभ में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है और इसके साथ ही यात्रा करने की प्रक्रिया में भी जद्दोजहद बढ़ गई है। ट्रेन में चढ़ने की मारामारी इस बात का प्रतीक है कि इस विशाल धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और ट्रांसपोर्टेशन की योजनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं, यात्रियों को भी संयम रखने और एक-दूसरे के साथ सहयोग करने की जरूरत है, ताकि इस भव्य आयोजन का सही तरीके से आनंद लिया जा सके।

 
														
