नई दिल्ली : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केरल के अलाप्पुझा जिले में विद्याधिराज विद्यापीठम सैनिक स्कूल के 47 वें वार्षिक दिवस समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए सरकार ने देश में 100 नए सैनिक स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। ये सैनिक स्कूल इसी की एक कड़ी हैं।
पहले से संचालित हैं 33 सैनिक स्कूल
भारत सरकार के केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को केरल के अलप्पुझार जिले में विद्याधिराज विद्यापीठम सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। उन्होंने इस स्कूल को उन सैनिक स्कूलों में शामिल बताया, जिनका निर्माण एनजीओ, निजी स्कूलों तथा राज्य सरकार के स्कूलों के साझा सहयोग से किया जा रहा है। पहले से ऐसे 33 सैनिक स्कूल संचालित हो रहे हैं।
सैनिक स्कूलों में लड़कियां भी पढ़ेंगी
रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश का भी मार्ग प्रशस्त किया गया है। सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का समान अवसर उपलब्ध हो सके, इसलिए इन विद्यालय में अलग-अलग सांस्कृतिक पृष्ठभूमि और दूर-दराज के छात्रों को भी प्रवेश का मौका दिया जाएगा। इसके लिए इन सैनिक स्कूलों को देश के प्रत्येक जिले में खोलने का प्रस्ताव किया गया है।
सैनिकों को केवल युद्ध के दृष्टिकोण से ना देखा जाए
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि सैनिकों को केवल युद्ध के दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि प्रत्येक सैनिक में कई अन्य गुण होते हैं। एक सैनिक अनुशासित होता है, अपने लक्ष्य पर केंद्रित होता है, निस्वार्थ भाव से सेवा करता है, आत्म- नियंत्रण रखता है और समर्पित होता है। ये गुण कई महान लोगों में भी देखे जाते हैं, जैसे स्वामी विवेकानंद, आदि शंकराचार्य और राजा रवि वर्मा। उनके लिए संघर्ष के मैदान सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक अथवा धार्मिक सुधार थे।