नई दिल्ली : दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में लूट का विरोध करने पर चार नाबालिगों ने अवधेश यादव (35) को चाकू से गोदकर निर्मम हत्या (Delhi Blind Murder) कर दी थी और उनका मोबाइल फोन, पर्स और दस्तावेज लूट लिए थे। पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर कम रॉबरी के मामले को सुलझाते हुए चारों नाबालिगों को पकड़ लिया है। जिन्होंने 29 जून को एक अन्य लूट को भी अंजाम दिया था, जिसमें पिंकु नामक शख्स से एक उनका मोबाइल फोन छीन लिया था।
26 जून को बवाना थाने को मिली थी अज्ञात व्यक्ति के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना
डीसीपी हरीश्वर वी. स्वामी ने बताया कि 26 जून को बवाना थाने को सूचना मिली कि डीएसआईआईडीसी पार्क, सी-ब्लॉक, सेक्टर-3, बवाना औद्योगिक क्षेत्र के पास पेट्रोल पंप के नजदीक एक अज्ञात व्यक्ति गंभीर रूप से घायल और बेहोश पड़ा है, जिसके शरीर से खून बह रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची, जहां एक व्यक्ति गंभीर हालत में मिला। उसे तुरंत महर्षि वाल्मिकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
Delhi Blind Murder : मृतक की पहचान अज्ञात होने के कारण था ब्लाइंड मर्डर केस
मामले की शुरुआत में मृतक की पहचान अज्ञात होने के कारण यह एक ब्लाइंड मर्डर केस (Delhi Blind Murder) था। हालांकि, बवाना एसएचओ) के नेतृत्व में जांच टीम ने मृतक की पहचान उनके भाई सोनू यादव की मदद से देवरिया निवासी अवधेश यादव के रूप में की। पुलिस ने क्षेत्र में 1000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन कोई तत्काल सुराग नहीं मिला। फिर भी, मानव खुफिया जानकारी, तकनीकी निगरानी और स्थानीय पूछताछ के जरिए पुलिस ने घटनास्थल के आसपास कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियां देखीं। जिससे मिले सुरागों के आधार पर चार नाबालिगों को पकड़ा गया।
पूछताछ में नाबालिगों ने कबूल किया कि 25 जून को उन्होंने अवधेश को लूटने की कोशिश की, लेकिन उनके विरोध करने पर चाकू से कई बार वार करने के बाद फरार हो गए थे। पुलिस ने उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद की है। साथ ही, मृतक का मोबाइल फोन, पर्स और दस्तावेज भी बरामद किए है। इसके अलावा, 29 जून को सेक्टर-3, डीएसआईआईडीसी बवाना में उनके द्वारा लूटा गया मोबाइल भी इनके पास से मिला।