नई दिल्ली: नई दिल्ली थाना पुलिस ने ग्रामीण विकास मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से की गई। पकड़े गए आरोपियों की पहचान हैदराबाद (तेलंगाना) निवासी राशिद चौधरी और करीमगंज (असम) निवासी इकबाल हुसैन के रूप में हुई है।
नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) देवेश कुमार महला ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी 299 और 399 रुपये के पंजीकरण शुल्क के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे। कम राशि की यह ठगी शिकायत दर्ज कराने की संभावनाओं को कम कर देती थी, जिससे आरोपी लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहे।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने ‘www.nrdrm.com’ और ‘www.nrdrmvacancy.com’ नाम से दो फर्जी वेबसाइटें बनाई थीं, जिनके ज़रिए वे नौकरी चाहने वालों को आकर्षित करते थे। ग्रामीण विकास मंत्रालय को इन वेबसाइटों की जानकारी मिलने के बाद मंत्रालय ने 22 मार्च को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद जांच शुरू की गई।
तकनीकी निगरानी और बैंक खातों की जांच के आधार पर पुलिस ने पहले इकबाल हुसैन को लक्ष्मी नगर से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर मुख्य आरोपी राशिद चौधरी को भी पकड़ लिया गया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए डिजिटल सबूत बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह गिरोह छोटी राशि वसूल कर बड़ी संख्या में लोगों को ठगता था, जिससे कुल ठगी की रकम बड़ी बन जाती थी।
फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य सहयोगियों और संभावित ठिकानों की तलाश में छापेमारी कर रही है। अधिकारीयों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।