नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के रघुवीर नगर इलाके में सिगरेट पीने को लेकर हुआ मामूली विवाद एक व्यक्ति की जान ले बैठा। घटना के कुछ ही घंटों में पुलिस ने हत्या के इस सनसनीखेज मामले को सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पहचान कन्हैया लाल के रूप में हुई है, जबकि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम विनोद और अर्जुन उर्फ टिनिया हैं।
घटना का विवरण
पश्चिमी दिल्ली के ख्याला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रघुवीर नगर में यह घटना 12 मई की रात को हुई। जानकारी के अनुसार, रात करीब 10 बजे कन्हैया लाल, विनोद और अर्जुन के घर के सामने सिगरेट पी रहा था। इसी बात को लेकर उसकी विनोद से कहासुनी हो गई। मामूली विवाद धीरे-धीरे गंभीर झगड़े में तब्दील हो गया।
शोर-शराबा सुनकर पास ही रहने वाला अर्जुन उर्फ टिनिया भी बाहर आ गया और उसने विनोद के साथ मिलकर कन्हैया लाल पर हमला कर दिया। दोनों आरोपियों ने मिलकर कन्हैया लाल की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसे गंभीर अंदरूनी चोटें आईं।
अस्पताल पहुंचने से पहले मौत
स्थानीय लोगों ने झगड़े को शांत कराया और घायल कन्हैया लाल को तत्काल गुरु गोविंद सिंह (जीजीएस) अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया। हालांकि, देर रात उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। अगले दिन यानी 13 मई को परिजन उन्हें दोबारा अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, अंदरूनी चोटों के चलते उनकी हालत बिगड़ी और समय पर उपचार न मिल पाने से उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए ख्याला थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर विनोद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में इंस्पेक्टर चेतन सिंह, एसआई नरेश अहलावत (प्रभारी, रघुवीर नगर पुलिस पोस्ट), एसआई चंद्र शेखर, हेड कांस्टेबल मोनू, हेड कांस्टेबल अनिल, कांस्टेबल संजय और कांस्टेबल प्रकाश शामिल थे।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए सूचना के आधार पर कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की पृष्ठभूमि
पुलिस पूछताछ में यह सामने आया है कि आरोपी विनोद एक स्थानीय होटल में रसोइया का काम करता है, जबकि अर्जुन उर्फ टिनिया ऑटो रिक्शा चालक है। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
डीसीपी का बयान
पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) विचित्र वीर ने बताया कि घटना में शामिल दोनों आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।