नई दिल्ली : सेंट्रल दिल्ली पुलिस की साइबर थाना टीम ने एक डिजिटल अरेस्ट ठगी के मामले का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद साहिन खान (30) और बुद्धदेव हजारा (31) के रूप में हुई है को क्रमशः बेंगलुरु और कोलकाता से गिरफ्तार किया है।
इन लोगों ने दिल्ली के एक डॉक्टर को फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर धमकी भरे कॉल के जरिए 14.85 लाख रुपये ठग लिए थे।
डीसीपी सेंट्रल निधिन वाल्सन ने बताया कि पीड़ित डॉक्टर को कानूनी कार्रवाई की धमकी देकर डराया गया और यह रकम हड़प ली गई थी।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि 26 फरवरी 2024 को ठगी की रकम एसके राइस होलसेलर एंड ट्रेडिंग और एक अन्य व्यक्ति के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी। जांच टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और डिजिटल ट्रेल्स का विश्लेषण किया। मिले सुराग के आधार पर मोहम्मद साहिन खान को 2 जुलाई को बेंगलुरु के विक्टोरिया हॉस्पिटल के पास से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में साहिन ने बताया कि उसने 1.5 लाख रुपये की कमीशन के लिए अपने बैंक खाते का यूजर आईडी, पासवर्ड, चेकबुक और एटीएम कार्ड बुद्धदेव हजारा को दिए थे। इसके बाद, पुलिस ने बुद्धदेव हजारा को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। गाजियाबाद से एमबीए ग्रेजुएट बुद्धदेव ने खुलासा किया कि वह बैंक के लोन विभाग में काम करने के बाद बैरकपुर के जॉन के संपर्क में आया। जॉन के प्रभाव में उसने ऑनलाइन ठगी के लिए कॉरपोरेट खाते उपलब्ध कराने शुरू किए। साहिन के खाते के लिए उसे 3 लाख रुपये मिले, जिसमें से आधा साहिन को दिया। दोनों से चार मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस अब जॉन और अन्य संदिग्धों की तलाश में है।
जांच में इस खाते से 10 अन्य ठगी के मामले, 2 महाराष्ट्र, 2 गुजरात, 2 तेलंगाना, 1 दिल्ली, 1 आंध्र, 1 केरल, 1 कर्नाटक से भी जुड़े हैं। ठगी की रकम की वसूली और वित्तीय लेनदेन की जांच जारी है।
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