नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने लोधी कॉलोनी थाने में दर्ज एक मामले में 8 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों (Bangladeshi Nationals) की पहचान और जांच को तेज करने के लिए एक महत्वपूर्ण पत्र जारी किया है, जिसके बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। यह पत्र दक्षिण जिला पुलिस द्वारा विदेश मंत्रालय के पास भेजा गया है, जिसमें बांग्लादेशी भाषा में लिखे दस्तावेजों के हिंदी और अंग्रेजी में अनुवाद की मांग की गई है।
पुलिस ने विदेशी अधिनियम और 34 आधार अधिनियम के तहत 8 लोगों को अवैध रूप से भारत में रहने के संदेह में गिरफ्तार किया है, जिनके पास वैध पासपोर्ट या वीजा नहीं पाया गया। पुलिस ने बताया कि इन संदिग्धों से प्राप्त राष्ट्रीय पहचान पत्र, जन्म प्रमाण पत्र और बैंक खाता विवरण जैसे दस्तावेज बांग्लादेशी भाषा में हैं, जिनका अनुवाद जांच आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है।
लोधी कॉलोनी थाने के जांच अधिकारी ने पत्र में जोर देकर कहा कि यह अनुवाद अभियोजन के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य होगा और मामले की तेज गति से सुनवाई के लिए समयबद्ध तरीके से अनुरोध पूरा करने की अपील की गई है। इसके लिए आधिकारिक अनुवादक या बांग्लादेशी भाषा में निपुण व्यक्ति की नियुक्ति की मांग भी की गई है। इस पत्र के जारी होने के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर अवैध प्रवासियों (Bangladeshi Nationals) पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी सख्ती का सबूत बताया।
सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर बहस तेज हो गई है। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने अपने अधिकारिक एक्स हैंडल के माध्यम से पोस्ट डालकर विरोध किया है वैसे इस पोस्ट पर कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक स्टंट बता रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेश मंत्रालय से जल्द प्रतिक्रिया की उम्मीद है।