नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना जैसे जैसे आगे बढ़ रही है। वैसे-वैसे चुनाव आयोग तेजी से अपडेट दे रहा है। आयोग से मिली जानकारी के अनुसार BJP 48 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि AAP 22 सीटों पर बढ़त बना रखी है।
आ गए सभी 70 विधानसभा सीटों की शुरुआती रुझान
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद मतगणना के दौरान सभी सीटों के रुझान आ गए हैं। पल-पल बदल रहे आंकड़ों में आज सुबह से ही BJP लगातार बढ़त बनाए हुए हैं, लेकिन धीरे-धीरे आम आदमी पार्टी भी आगे जाने की कोशिश कर रही है। भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार अब तक आए सभी 70 विधानसभा सीटों की शुरूआती रुझान में भाजपा को 48 सीटों पर और वहीं आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर बढ़त मिली हुयी है।
सीएम आतिशी ने कालकाजी से जीतकर AAP की लाज बचाई, रमेश बिधूड़ी को हराया

दिल्ली में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जहां आम आदमी पार्टी (AAP) की सीएम आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता रमेश बिधूड़ी को हराकर चुनाव जीत लिया। इस जीत के साथ ही AAP ने एक महत्वपूर्ण सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की।चुनाव परिणामों की काउंटिंग के दौरान शुरुआत में भाजपा के रमेश बिधूड़ी आतिशी से आगे चल रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे काउंटिंग बढ़ी, आतिशी ने बिधूड़ी से वोटों का अंतर कम करना शुरू किया और अंत में जीत दर्ज की। यह मुकाबला खासतौर पर भाजपा के कड़े विरोध के बावजूद हुआ, जिसने कालकाजी सीट पर अपनी पूरी ताकत झोंकी थी। सीएम आतिशी की यह जीत AAP के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह पार्टी की प्रतिष्ठा को और मजबूत करती है। गौरतलब है कि चार महीने पहले आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और इसके साथ ही वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं थीं। इस चुनाव में कांग्रेस ने भी अपनी उम्मीदवार अलका लांबा को मैदान में उतारा था, लेकिन वह मुकाबले में पीछे रहीं।
केजरीवाल 1800 वोटों से पिछड़े, प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से बनाई बड़ी बढ़त
रुझानों में नई दिल्ली सीट पर कांटे की टक्कर चल रही है। कभी इस सीट से अरविंद केजरीवाल आगे तो कभी पीछे चल रहे हैं। रुझानों और चुनाव आयोग के आंकड़ों में बीजेपी को बहुमत मिलता नजर आ रहा है। ये देखना दिलचस्प होगा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी लगातार सत्ता में वापसी करेगी या फिर बीजेपी 27 साल बाद राजधानी में सरकार बनाएगी। पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई कांग्रेस को भी इस चुनाव से काफी उम्मीदें हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों की गिनती शुरू हो चुकी है, यह तय करेगा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) आम आदमी पार्टी (AAP) को सत्ता से हटा कर राष्ट्रीय राजधानी में 27 वर्षों के बाद सरकार बनाएगी या नहीं। अधिकांश एग्जिट पोल्स ने जेपी नड्डा की अगुवाई वाली पार्टी की स्पष्ट जीत की भविष्यवाणी की है। हालांकि, AAP 70 सदस्यीय विधानसभा में 50 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद जता रही है। आप का कहना है कि सभी एग्जिट पोल्स झूठे हैं। शुरूआती मतगणना के अनुसार, बीजेपी 43 सीटों के साथ लीड करती नजर आ रही है, जबकि आप ने अब तक 27 सीटें हासिल करने में सफलता प्राप्त की है।
वहीं कांग्रेस दिल्ली में अपनी स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस पार्टी, जिसने शीला दीक्षित के नेतृत्व में तीन बार दिल्ली में सरकार बनाई थी, 2013 में AAP के सत्ता में आने के बाद से 2015 और 2020 विधानसभा चुनावों में अपना खीता भी नहीं खोल पाई। अगर एग्जिट पोल्स पर नजर डालें, तो दिल्ली में कांग्रेस का भविष्य अंधकारमय नजर आता है क्योंकि पोल्स में पार्टी के हारने का अनुमान जताया गया है।
दिल्ली चुनाव परिणामों के बारे में 10 प्रमुख बातें
- अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 70 में से 67 सीटें जीती थीं। उसने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी यही प्रदर्शन दोहराया, 62 सीटें जीतकर। अगर AAP जीतती है, तो यह केजरीवाल का दिल्ली में दबदबा स्थापित करेगा और उनकी राष्ट्रीय राजनीतिक स्थिति को मजबूत करेगा।
- दिल्ली BJP के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी लगभग 50 सीटें जीतेगी। AAP ने एग्जिट पोल्स के अनुमान को खारिज करते हुए कहा है कि वह फिर से सरकार बनाएगी और केजरीवाल चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे।
- वोटों की गिनती सुबह 8 बजे दिल्ली के 19 केंद्रों पर शुरू हो चुकी है। शाहदरा, केंद्रीय दिल्ली, पूर्वी, दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में एक-एक गिनती (मतगणना) केंद्र होगा। उत्तर, पश्चिम, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जिलों में दो-दो गिनती केंद्र होंगे, जबकि नई दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी जिलों में तीन-तीन गिनती केंद्र होंगे।
- मतदान बुधवार को हुआ था। चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान प्रतिशत 60.54 प्रतिशत रहा।
- दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) ऐलिस वाज़ ने कहा कि शनिवार को वोटों की गिनती के लिए 5000 कर्मचारी, जिनमें गिनती पर्यवेक्षक, गिनती सहायक, माइक्रो-ऑब्जर्वर और सहायक स्टाफ शामिल हैं, तैनात किए गए हैं।
- अधिकारियों द्वारा हर विधानसभा क्षेत्र में पांच वीवीपीएटी (वोटर-वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल्स) की रैंडम चयनित जांच की जाएगी, ताकि दिल्ली चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।
- 10000 पुलिस कर्मी 19 गिनती केंद्रों की सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। हर गिनती केंद्र पर दो पैरामिलिट्री कंपनियां तैनात की जाएंगी। विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने रिपोर्टर्स से कहा कि हमने गिनती दिवस के लिए सख्त सुरक्षा व्यवस्था की है। केवल अधिकृत व्यक्ति ही गिनती केंद्रों में प्रवेश करेंगे, जहां मोबाइल फोन का उपयोग सख्त रूप से प्रतिबंधित रहेगा।
- गिनती से एक दिन पहले, अरविंद केजरीवाल ने विवाद खड़ा करते हुए आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी ने AAP के उम्मीदवारों को रिश्वत देने की कोशिश की थी। इसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस आरोप की जांच के लिए एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) को आदेश दिए थे।
- AAP नेताओं ने BJP पर आरोप लगाया कि वह एग्जिट पोल्स के आधार पर उनके पक्ष में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है। BJP ने AAP से आरोप वापस लेने और माफी मांगने की मांग की है, वरना कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
- केजरीवाल ने इस बीच वरिष्ठ पार्टी नेताओं और उम्मीदवारों से कहा कि AAP सरकार बनाएगी। शुक्रवार को एक बैठक में उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष एग्जिट पोल्स का उपयोग ‘मनोवैज्ञानिक दबाव’ बनाने और ‘ऑपरेशन लोटस’ को लागू करने की कोशिश कर रहा है। वरिष्ठ AAP नेता गोपाल राय ने कहा कि सभी उम्मीदवारों ने अपनी क्षेत्रीय आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जो यह दर्शाती है कि AAP 50 से अधिक सीटें जीतेगी। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि 7-8 सीटों पर AAP और BJP के बीच कड़ी टक्कर होगी।