देवरिया: जिले के बरहज तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत गहिला निवासी आईटीबीपी जवान धर्मेंद्र यादव का शव बुधवार की देर रात तक नहीं पहुंच सका है। ऐसे में परिजनों और ग्रामीणों का इंतजार जारी है। गौरतलब है किसान आंदोलन के दौरान ड्यूटी कर रहे धर्मेंद्र की मंगलवार दोपहर हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी।
बुधवार को शव का पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स में हुआ। जिसके बाद पार्थिव शरीर को धर्मेंद्र यादव के गांव गहिला के लिए भेज दिया गया। पूरे दिन स्वजन व गांव वाले उनके शव का इंतजार करते रहे। प्राप्त सूचना के अनुसार देर रात 12 बजे के बाद पहुंचने की संभावना है। जवान धर्मेंद्र यादव की पत्नी चंदा देवी, मां गिरजा देवी,तीनों बहने मुनक्का, शशिकला, संध्या सहित परिवार तथा गांव के लोगों की आंखें नम रही।
युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र 2012 में आईटीबीपी में भर्ती हुए थे। वे हमेशा अपने क्षेत्र और गांव के युवाओं को आगे बढ़ने एवं अच्छा करने के लिए प्रेरित करते रहते थे। वे युवाओं में प्रेरणा के स्त्रोत थे। धर्मेंद्र के पिता बृजनंदन यादव किसान हैं। धर्मेंद्र दो भाई और तीन बहनों में अकेले कमाने वाले व्यक्ति थे। पुत्री आराध्या कक्षा दो और प्रियांशी कक्षा एक में हैं।
ग्राम प्रधान संतोष खरवार, दरोगा यादव, सोनू यादव, अखिलेश सिंह, राजकुमार, मोहनलाल प्रसाद, धनेश यादव, मनोज यादव, विष्णु, अमला प्रसाद, गोलू यादव, रामसमूज, लालबाबू, रामवीर यादव, आकाश कुशवाहा आदि ने पूरे दिन परिजनों का ढाढ़स बढ़ाया।