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दूसरे समुदाय में विवाह करने वाली युवतियों को आदिवासियों को मिलने वाल लाभ से वंचित करें

by Rakesh Pandey
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बिंदापाथर (जामताड़ा) : हूल दिवस के मौके पर बिंदापाथर थाना क्षेत्र के मुर्गाबनी मोड़ पर आयोजित कार्यक्रम में मौजूद विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष फतेहपुर प्रखंड प्रमुख अरविंद मुर्मू ने अपने समाज के लिए कानून बनाने की मांग कर दी। उन्होंने विस अध्यक्ष के समक्ष मांग रखी कि, आदिवासी समाज के लिए कुछ कानून उनके अधिकारों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

उन्होंने बताया कि जब कोई आदिवासी बेटी गैर आदिवासी से शादी कर लेती है तो परंपरा के अनुसार वह आदिवासी बेटी भी गैर आदिवासी बन जाती है। जबकि ऐसा न होकर वह अपने मायके से ही अनुसूचित जनजाति की जाति प्रमाण पत्र बनाती है और ग़ैर आदिवासी होकर भी आदिवासी कोटा के सरकारी नौकरी व विभिन्न योजनाओं का लाभ लेती है।

जिससे आदिवासियों के अधिकार का हनन हो रहा है। जबकि विवाहिता के लिए अपनी ससुराल वालों की जाति का ही प्रमाण पत्र मान्य होना चाहिए। प्रमुख ने विधानसभा अध्यक्ष से मानसून सत्र में ही इस पर कानून लाने की मांग की है।

जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज भी कुछ कानून इस क्षेत्र के संस्कृति के खिलाफ है। जिसमें सुधार होना जरूरी है। मौके पर झामुमो जिला सचिव परेश यादव, प्रखंड अध्यक्ष अशोक महतो, भुवन दत्ता, जनार्दन भांडारी, सुनील हेम्ब्रम, राजीव, गिरीधारी मरांडी, मनोरंजन मुर्मू, बलदेव मरांडी, नुनुलाल किस्कू, रमेश्वर सोरेन, जियाराम मुर्मू, उत्तम पाल आदि उपस्थित थे।

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