रांची: समाहरणालय में उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में अंचल निरीक्षक और राजस्व उप निरीक्षक के कार्यशैली बेहतर बनाने को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि जनहित में कार्य करना ही हमारी प्राथमिकता है। यदि कोई अधिकारी अपने कार्य में रुचि नहीं लेता, तो वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ले। उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे आम नागरिकों के साथ शालीन व्यवहार करें तथा यह सुनिश्चित करें कि कार्यालयों में किसी भी प्रकार के बिचौलियों की उपस्थिति न हो। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि कहीं बिचौलियों की संलिप्तता दिखे तो अबुआ साथी-9430328080’ पर इसकी जानकारी दें, उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
मंगलवार को जनता से मिलेंगे अंचल अधिकारी
उपायुक्त ने अंचल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक मंगलवार को आम जनता से मिलें और उनकी समस्याओं का समाधान करें। शेष कार्य दिवसों में भी दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक जनता से मिलकर समस्या समाधान किया जाए। कार्यशाला में हल्कावार लंबित दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने संबंधित हल्का कर्मचारियों से लंबित मामलों के कारण पूछे और निर्देश दिया कि 10 डिसिमल तक की भूमि के 90 दिनों से लंबित म्यूटेशन मामलों का निपटारा 7 दिनों के अंदर किया जाए। इसके अतिरिक्त जाति, आवासीय प्रमाण-पत्र, सीमांकन एवं परिशोधन पोर्टल में लंबित मामलों के भी शीघ्र निष्पादन के निर्देश दिये गये।
जनहित से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निष्पादन
कार्यशाला का उद्देश्य अधिकारियों की कार्य संस्कृति को बेहतर बनाना तथा जनहित से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करना रहा। इस अवसर पर जिला के सभी अंचलों के वरीय पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, राजस्व निरीक्षक और संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यशाला में यूनिसेफ के प्रतिनिधि प्रेमचंद द्वारा पीपीटी के माध्यम से सभी अधिकारियों को कार्यशैली, नियत व सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि कार्यों में पारदर्शिता और तत्परता ही अच्छी प्रशासनिक व्यवस्था की पहचान है। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भूमि चिन्हित करने हेतु एक सप्ताह में सीपीपीओ के साथ समन्वय स्थापित करने का भी निर्देश दिया।Deputy Commissioner,