मुंबई : बुधवार को मुंबई में भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। इस निर्णय ने उनके तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की राह खोल दी है।
शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी की मौजूदगी
सूत्रों के अनुसार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
विधायक दल की बैठक में हुआ निर्णय
बुधवार को विधान भवन में आयोजित भाजपा विधायक दल की बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने घोषणा की कि देवेंद्र फडणवीस को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। भाजपा की केंद्रीय मंत्री और पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्य और केंद्र में ‘‘डबल इंजन सरकार’’ विकास की गति को तेज करेगी। फडणवीस ने विधायकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन की भारी जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए मंत्र ‘‘एक हैं तो सेफ हैं’’ के कारण मिली।
फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का गठन
विधान भवन में हुई बैठक के बाद, भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा। इससे पहले भाजपा कोर कमेटी की बैठक में फडणवीस के नाम पर मुहर लगी थी। फडणवीस की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अपराह्न 3:30 बजे राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन से मुलाकात करेगा और राज्य में नई सरकार बनाने का दावा पेश करेगा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 288 सीटों में से 132 सीटों पर जीत हासिल की, जो राज्य में अब तक का उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजित पवार की राकांपा के साथ महायुति के रूप में 230 सीटों का भारी बहुमत लेकर आई है।
प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं की उपस्थिति
फडणवीस और शिंदे की बैठक के बाद, भाजपा नेता प्रसाद लाड ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जिसमें 42,000 लोग शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 9 से 10 केंद्रीय मंत्री, 19 मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा, 40,000 भाजपा समर्थकों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, और 2,000 वीवीआईपी के लिए अलग बैठने की व्यवस्था होगी।