राउरकेला: मौसी के घर गये भगवान जगन्नाथ ने बामन वेश धारण किया। भक्त प्रभु के इस रूप का दर्शन पाकर निहाल हो गये। उदितनगर पंच देव कल्चरल ट्रस्ट की ओर से महाप्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र का रथ मौसी मां मंदिर राउरकिला रेलवे स्टेशन के पास स्थित संकट मोचन मंदिर परिसर में आया है। यहां पौराणिक परंपरा के अनुसार भगवान को बामन वेश के रूप में सजाया गया।
मंदिर के पुजारियों के द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना की गयी। इसके बाद मध्यान्ह के समय विशाल प्रसाद सेवन का आयोजन किया गया। नारायण प्रसाद का भी आयोजन किया गया। मंदिर कमेटी की ओर से आज के यजमान सुभाष लंका ने पूजा अर्चना के बाद भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया।
इस मौके पर जगन्नाथ मंदिर के पूजा दीनबंधु दास एवं संकट मोचन मंदिर के प्रधान पुजारी सुदामा पांडे, बदामा पांडे, मुकेश पांडे, दिनेश चौबे, लाला शर्मा, विजय महतो श्यामा कांत जयसवाल ने किया।
जगन्नाथ मंदिर कमेटी के दिलीप करो, राजेंद्र मल, सूर्यमणि बहरा, विभु नंद दास, महेश्वर स्वाई, शिबू,उमा, दिनाबंधु दास सहित अन्य पदाधिकारियों का अहम योगदान रहा। हेरा पंचमी के दूसरे दिन तीनों भगवानों का रथ को भी घुमाकर रखा गया। कल लक्ष्मी जी के द्वारा रथ को तोड़ने की विधि की गई थी। संकट मोचन मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली।
राउरकेला में पूरे विधि-विधान से होती है पूजा
राउरकेला में भगवान जगन्नाथ की यात्रा के दौरान पूरे विधि-विधान से पूजा होती है। अलग-अलग मंदिरों में पुरी की तर्ज पर ही सारे आयोजन किये जाते हैं। सभी परंपराओं का निर्वहन किया जाता है।
पूरे रथ यात्रा के दौरान शहर का वातावरण भक्तिमय रहता है। लोगों की अपार आस्था को ध्यान में रखकर प्रशासन की तरफ से भी सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया करायी जाती हैं।
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