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58वें डीजीपी-आईजीपी मीटिंग में पीएम मोदी की नसीहत, ‘डाटा के साथ काम करे पुलिस, डंडे से नहीं’

by Rakesh Pandey
DGP Conference PM Modi
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स्पेशल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के 58वें सम्मेलन (DGP Conference PM Modi) को संबोधित किया। पीएम तीन दिन तक जयपुर में रुकने बाद रविवार को दिल्ली लौट गए। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भारत के पहले सौर मिशन आदित्य एल1 की सफलता को लेकर वैज्ञानिकों को सराहा, तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने भारतीय नौसेना को भी बधाई दी। अधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महिला सुरक्षा पर भी महत्वपूर्ण बात कही। अब पुलिस को डंडे की बजाय डेटा के साथ काम करने की जरूरत है।

महिला सुरक्षा की बात

जयपुर में पुलिस महानिदेशकों-पुलिस महानिरीक्षकों के 58वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पुलिस से महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे कभी भी और कहीं भी निडर होकर काम कर सकें। पीएम ने इसके अलावा नए क्रिमिनल लॉ की भी महत्ता को समझाया। यही नहीं, मोदी ने भारत के पहले सौर मिशन की सफलता और समुद्री लुटेरों के चंगुल से 15 भारतीयों को छुड़ाने वाले बहादुर नौसैनिकों की भी तारीफ की।

तीन नए कानून नागरिक प्रथम, गरिमा प्रथम, न्याय प्रथम की भावना से प्रेरित

सम्मेलन में पीएम मोदी ने नए आपराधिक कानूनों को लेकर बड़ी बात कही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि तीनों नए आपराधिक न्याय कानूनों को नागरिक प्रथम, गरिमा प्रथम, न्याय प्रथम की भावना से बनाया गया है और पुलिस को अब डंडे की बजाय डाटा के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा, “वैश्विक प्रोफ़ाइल में सुधार और देश की बढ़ती राष्ट्रीय ताकत के अनुरूप, भारतीय पुलिस को 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए खुद को एक आधुनिक और विश्व स्तरीय पुलिस बल में बदलना चाहिए।“

प्रधानमंत्री ने राज्य पुलिस प्रमुखों को नए अधिनियमित कानूनों के पीछे की भावनात्मक भावना को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचाने के लिए कल्पनाशील ढंग से सोचने के लिए प्रोत्साहित किया।

DGP Conference PM Modi: सम्मेलन में इन मुद्दों पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में आयोजित इस खास सम्मेलन में कहा कि 2047 तक विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए भारतीय पुलिस को एक आधुनिक और विश्व स्तरीय पुलिस बल में बदलना चाहिए। नए आपराधिक कानून का जिक्र करते हुए कहा कि नए बड़े आपराधिक कानूनों का लागू होना आपराधिक न्याय प्रणाली में एक बड़ा बदलाव था। नए आपराधिक कानूनों को ‘नागरिक प्रथम, गरिमा प्रथम और न्याय प्रथम’ की भावना के साथ बनाया गया था।

प्रधानमंत्री ने पुलिस को महिला सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की भी बात की। पुलिस थानों को नागरिकों के लाभ के लिए सकारात्मक जानकारी और संदेशों के प्रसार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए।

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