हजारीबाग : हजारीबाग पहुंचने के बाद झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एनटीपीसी के अधिकारियों के साथ पुलिस सभागार में पिछले एक घंटे से बैठक की। इस बैठक में एनटीपीसी केरेडारी परियोजना के जीएम फैज तैयब समेत 6 अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक में क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था और हालिया घटनाओं पर चर्चा हो रही है।
इस दौरान, झारखंड के पूर्व कृषि मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगेंद्र साव एसडीओ से मिलने पहुंचे। उन्होंने अमन साव के एनकाउंटर पर खुशी जताई और डीजीपी को बधाई दी। योगेंद्र साव ने कहा कि सिर्फ अमन ही नहीं, बल्कि उन सभी अपराधियों का एनकाउंटर होना चाहिए जो अपराधी गैंग बनाकर लोगों को प्रताड़ित और बर्बाद कर रहे हैं।
योगेंद्र साव ने यह भी दावा किया कि बड़कागांव के लोग जेल से धमकी भरे फोन कॉल्स प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस से जेल का कॉल डंप निकालने की मांग की और कहा कि अपराधी जैसे विकास तिवारी जेल से ही अपना गैंग चला रहे हैं। साथ ही, उन्होंने कोयला माफिया की सक्रियता पर भी सवाल उठाए और गज्जू साव को इस अवैध कारोबार का प्रमुख व्यक्ति बताया।
पत्रकारों से बात करते हुए योगेंद्र साव ने कहा कि एनटीपीसी अधिकारी की हत्या दुखद है, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि एनटीपीसी खुद विस्थापन के दर्द को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि बड़कागांव में आज भी विस्थापन की समस्या बनी हुई है और बिना मुआवजा दिए लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाए गए। इस पर स्थानीय लोगों का मानना है कि जब अधिकारियों पर हमला हुआ, तो वे भी उनकी पीड़ा को समझ सकते हैं।
साव ने कहा कि भले ही पुलिस कार्रवाई कर रही हो, लेकिन स्थानीय लोगों के दिलों में एनटीपीसी की नीतियों को लेकर गहरा आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वे स्थानीय समुदाय की आवाज सुनें और विस्थापन की समस्या का समाधान निकालें।