धनबाद : धनबाद पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो भीख मांगने की आड़ में घरों की रेकी कर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं।
भीख मांगने के दौरान करते थे रेकी
पुलिस जांच में सामने आया कि ये लोग पहले घर-घर जाकर भीख मांगते थे, जिससे उन्हें यह पता चल सके कि कौन-सा घर खाली है और कहां से चोरी करना आसान होगा। रेकी के बाद ये गिरोह सुनसान और बंद घरों को निशाना बनाता था।
CCTV से खुला राज
बाघमारा थाना क्षेत्र के हरिणा गांव में 25 मई को एक बंद घर में हुई 12 लाख रुपये के जेवर और 1 लाख नकद की चोरी की वारदात के बाद पुलिस को CCTV फुटेज से बड़ी जानकारी मिली। फुटेज में दिखे संदिग्धों की पहचान करते हुए पुलिस ने गिरोह को धर दबोचा।
“चोरी की वारदातों में शामिल चार लोगों को पकड़ा गया है। इनके पास से चांदी के जेवर बरामद किए गए हैं।”
— असीम कमल टोपनो, सर्किल इंस्पेक्टर, तोपचांची
गिरफ्तार आरोपियों ने कबूला जुर्म
पूछताछ में आरोपियों ने झारखंड के कई जिलों (धनबाद, बोकारो, रांची) में चोरी की बात स्वीकार की है। गिरोह में कई छोटे बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें सामने भेजकर दया भाव जगाया जाता था।
पुलिस की सतर्कता और कार्रवाई
धनबाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए दो बालिगों को न्यायिक हिरासत और दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेज दिया है। मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई थी, जिसमें थाना प्रभारी चितरंजन प्रसाद, एसआई राकेश राम और एएसआई सुदर्शन राम शामिल थे।
जनता से सावधानी बरतने की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति भीख मांगने आता है, तो सतर्क रहें। हर कोई जो मजबूर दिखे, वो ईमानदार नहीं होता। ऐसी घटनाएं सावधानी की मांग करती हैं।