Dhanbad (Jharkhand) : भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का पावन पर्व आज पूरे देश में पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इसी क्रम में, धनबाद में एक ऐसा भावनात्मक दृश्य देखने को मिला, जिसने हर किसी की आँखें नम कर दीं। शनिवार की सुबह धनबाद मंडल कारा के बाहर सैकड़ों बहनें अपने बंदी भाइयों के लिए राखी, प्यार और दुआओं का उपहार लेकर पहुंचीं। जेल के बाहर सुबह से ही बहनों की लंबी कतारें लग गईं, जो अपने भाई को राखी बाँधने की उम्मीद में घंटों इंतजार करती रहीं।
Dhanbad News : भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व
रक्षाबंधन भाई और बहन के बीच के पवित्र रिश्ते का उत्सव है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधकर उनकी लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की कामना करती हैं। जेल के बाहर जुटी बहनें भी इसी भावना के साथ आई थीं। उनके हाथों में सजी थालियां थीं, जिनमें रंग-बिरंगी राखियां, चावल, रोली और मिठाइयां रखी थीं। पारंपरिक परिधानों में सजी कई बहनों के चेहरे पर एक ओर अपने भाई से मिलने की उत्सुकता थी, तो दूसरी ओर उनसे न मिल पाने की टीस भी साफ झलक रही थी।
Dhanbad News : जेल प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था
सुरक्षा कारणों के चलते जेल प्रशासन ने कैदियों और उनके परिजनों को आमने-सामने की मुलाकात की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन, भाई-बहन के इस पवित्र रिश्ते को सम्मान देते हुए जेल प्रशासन ने एक विशेष इंतजाम किया था। जेल परिसर के बाहर विशेष काउंटर बनाए गए थे, जहाँ बहनों ने अपनी राखियां और मिठाइयां सौंपीं। इसके बाद जेल कर्मचारियों ने ये उपहार उनके बंदी भाइयों तक पहुंचाए।
इस दौरान कई बहनें बेहद भावुक हो गईं। एक बहन ने बताया कि वह हर साल यहाँ आती हैं और उम्मीद करती हैं कि उनका भाई जल्द ही रिहा होकर अगले साल उनके साथ घर पर रक्षाबंधन मनाएगा।
Read Also- Jamshedpur News: जमशेदपुर में रक्षाबंधन पर भाई के घर जा रही महिला की ट्रेन से कट कर मौत