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चुनावी मौसम में पटमदा में डायरिया का प्रकोप, दिव्यांग महिला की मौत, बढ़ी पीड़ितों की संख्या

विगत शनिवार को इस बीमारी के कारण कंकी महतो के परिवार के अन्य सदस्य और पड़ोसी परिवार भी प्रभावित हुए।

by Priya Shandilya
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जमशेदपुर : जिला समेत राज्य भर में चुनाव का मौसम है। इस बीच पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड की महुलबना पंचायत स्थित धाधकीडीह टोला काशीडीह में एक दिव्यांग महिला कंकी महतो की डायरिया से मौत हो गयी। उसके बाद से गांव में यह बीमारी तेजी से फैल रही है।

विगत शनिवार को इस बीमारी के कारण कंकी महतो के परिवार के अन्य सदस्य और पड़ोसी परिवार भी प्रभावित हुए। जानकारी के अनुसार देर रात 14 मरीजों को माचा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां रातभर इलाज के बाद गंभीर हालत में उन्हें जमशेदपुर के नर्सिंग होम में भेजा गया है।

हर उम्र के लोगों में फैल रहा डायरिया

माचा अस्पताल में जिन मरीजों का इलाज किया गया, उनमें सूरजमणि महतो (45), स्वपन महतो (48), मुक्ता महतो (17), नील रानी महतो (60), कमलेश्वरी सिंह (23), आशालता महतो (45), उमाकांत महतो (50), शुभेंदु महतो (24), सूरज महतो (5), शुभोजित महतो (8), जीतेन महतो (17), लक्खी रानी सिंह (5), ममता महतो (22) और मणि वाला सिंह (31) शामिल हैं। माचा सीएचसी में नाइट ड्यूटी पर तैनात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. क्रिस्टोफर बेसरा, लैब टेक्निशियन पंकज कुमार और ड्रेसर सनातन सिंह सरदार इन मरीजों के इलाज के लिए रातभर सक्रिय रहे।

रविवार की सुबह मानगो स्थित गुरुनानक नर्सिंग होम में सीतानाथ महतो (55), गौरीकांत महतो (50) और भारती महतो (25) को भर्ती कराया गया। वहीं मानगो के गंगा मेमोरियल अस्पताल में जानकी महतो (25), भारती महतो (45), कालीपद महतो (61), सुधीर महतो (60) और सुनील महतो (40) का इलाज चल रहा है। पटमदा के माचा अस्पताल में उमाकांत महतो (50), किंकर महतो (60), माणिक महतो (31), सौरव महतो (3), मुक्ता महतो (17), स्वपन महतो (45), तरणी महतो (50), मणि वाला महतो (45) और कांचन महतो (35) का इलाज चल रहा है। इसके अलावा 60 वर्षीय शिशुलाल महतो का इलाज पश्चिम बंगाल के बांदोवान सरकारी अस्पताल में हो रहा है।

ग्रामीणों में चिंता का माहौल

क्षेत्र में यह डायरिया फैलने की की जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गांव पहुंची, जिसका नेतृत्व डॉ. सोमेन कुमार दत्ता और डॉ. प्रशांत रंजन कर रहे हैं। धाधकीडीह और सुंदरपुर गांव के टोला काशीडीह में मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की तत्परता से मरीजों को आवश्यक उपचार मिल रहा है, लेकिन बीमारी के फैलने से ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे स्वच्छता का ध्यान रखें और अगर किसी को बीमारी के लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। डायरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।

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