रांची : 5 से 18 वर्ष आयुवर्ग के सभी बच्चों को स्कूल से जोड़ने और शत-प्रतिशत उपस्थिति, नामांकन, ठहराव तथा उच्च कक्षाओं में ट्रांजिशन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्कूल रूआर 2025 (बैक टू स्कूल) की शुरुआत की गई। यह अभियान 10 मई 2025 तक चलेगा और इसका उद्देश्य जिले के प्रत्येक बच्चे को स्कूल से जोड़ना, ड्रॉपआउट दर को कम करना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना है। इसके लिए शिक्षकों से अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया गया है। इसके साथ ही जन प्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वे बच्चों के नामांकन और ठहराव में सक्रिय भूमिका निभाएं।
घर घर जाकर संपर्क करेगी टीम
स्कूल रूआर अभियान के तहत विभिन्न स्तरों पर जागरूकता अभियान, गैर-नामांकित बच्चों की पहचान, घर-घर संपर्क, रैलियां और अन्य गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। वहीं सीटी बजाओ अभियान के तहत बच्चे अपने इलाके में लोगों को जागरूक करेंगे। वहीं, जो बच्चे स्कूल जाना चाहते हैं उन्हें साथ लेकर जाएंगे।
सरकारी स्कूल की बढ़ेगी गुणवत्ता
रांची जिला नई शिक्षा नीति 2020 के तहत गतिविधि आधारित शिक्षा को प्राथमिक कक्षाओं में लागू करने वाला पहला जिला बना है। डीसी की मानें तो सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने से अभिभावकों का भरोसा बढ़ेगा और वे प्रारंभ से ही अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने को प्राथमिकता देंगे। 2025-26 में जिले के 1003 गैर-नामांकित बच्चों को स्कूल से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि सामूहिक सहभागिता से ही शिक्षा में गुणात्मक सुधार संभव है और इसके लिए हर स्टेक होल्डर की जिम्मेदारी तय है।