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डॉक्टर मर्डर update: स्टाफ के हसबैंड को था अफेयर का शक, गुस्से में दे डाली सुपारी…

by Rakesh Pandey
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नई दिल्ली: दिल्ली के कालिंदी कुंज में देर रात एक नर्सिंग होम चलाने वाले डॉक्टर के पास मरीज बनकर आए दो नाबालिगों ने गोली मार हत्या कर दी थी। मर्डर के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो कुछ ही घंटों में इस पूरे हत्याकांड की परत दर परत खुलती गई। पता चला कि इस हत्या की साजिश डॉक्टर के ही नर्सिंग होम में काम करने वाली नर्स के पति ने रची थी। क्योंकि वह नर्स और डॉक्टर के बीच चल रहे अफेयर से नाराज था।
उसने ही एक नाबालिग को हत्या की सुपारी दी थी, जो उसकी ही बेटी का ब्वॉयफ्रेंड था। बुधवार देर रात कालिंदी कुंज के नीमा नर्सिंग होम में पेसेंट बनकर गए थे और दवा लेने के बहाने डॉक्टर जावेद अख्तर के केबिन में घुस उसके सिर में गोली मार दी। उसके बाद वहां से फरार हो गए। इधर पुलिस ने इस मामले में हत्या की साजिश रचने के आरोपी में नर्स गजाला के पति शम्स परवेज को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अभी दोनों नाबालिग की तलाश जारी है।

नर्स गजाला ने ही पुलिस को किया था कॉल

गोली चलने की आवाज के बाद उस वक्त नर्सिंग होम में मौजूद नर्स गजाला ही सबसे पहले डॉक्टर जावेद के केबिन में पहुंची थी, जहां उन्हें डॉक्टर खून से लथपथ हालत में कुर्सी पर बैठे मिले थे। इसके बाद उन्होंने कॉल कर इसकी सूचना पुलिस को दी थी। संयुक्त आयुक्त संजय कुमार जैन ने बताया कि डॉक्टर अख्तर का कालिंदी कुंज में नीमा नाम से एक यूनानी पद्धति के तीन बेड वाले नर्सिंग होम चलाते थे। यह नर्सिंग होम वहां के खड्डा कॉलोनी के एक संकरी गली में स्थित है। पुलिस को दिए बयान में नर्स गजाला ने बताया कि बुधवार देर रात करीब 1.45 बजे अस्पताल में ड्रेसिंग कराने के लिए दोनों नाबालिग आए थे। उनमें से एक के पैर के अंगूठे पर पट्टी बंधी थी और वह एक दिन पहले भी अस्पताल गया था।

सीसीटीवी में कैद हुआ मामला
घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस की ओर से इस मामले को सुलझाने के लिए छह अलग अलग टीमों का गठन किया गया था। ये टीम टेक्निकल और मैनुअल दोनों ही तरीके से मामले को सुलझाने में जुट गई थी। जांच के दौरान पुलिस को नर्सिंग होम और उसके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज मिले। इसमें दोनों ही आरोपी नजर आए। पुलिस ने तत्काल दोनों की फुटेज निकाल उसकी पहचान शुरू की और मुखबिरों ने दोनों की ही पहचान कर ली।

आरोपी से लगातार संपर्क में था शम्स
पुलिस ने दोनों नाबालिग की पहचान करने के बाद जब उन दोनों की मैनुअल और टेक्निकल माध्यम से जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी शम्स पिछले कुछ समय से उनमें से एक आरोपी के लगातार संपर्क में था। इसके बाद पुलिस तत्काल शम्स और उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो दोनों ने पुलिस को बरगलाने की कोशिश की पर सख्ती से हुई पूछताछ में वह टूट गया। इस दौरान जांच में यह भी पता चला कि शम्स ने अपनी पत्नी के ही अकाउंट से रुपये सुपारी के रूप में मुख्य आरोपी को दिए थे।

कई दिनों की रेकी के बाद दिया है वारदात को अंजाम
जांच में सामने आया है कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए पिछले कई दिनों से रेकी कर रहा था। उसे पता था कि घटना की रात ड्यूटी पर डॉक्टर अख्तर ही मौजूद होंगे। नर्सिंग होम के एक कर्मचारी आबिद ने भी बताया कि अख्तर पिछले दो साल से यहां काम कर रहे थे। बुधवार को उनकी ड्यूटी रात आठ बजे शुरू हुई थी।

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