Home » Traffic Alert : वाहन चालक रहें सावधान! कहीं आप तो नहीं हैं परिवहन निगम की नजरों में

Traffic Alert : वाहन चालक रहें सावधान! कहीं आप तो नहीं हैं परिवहन निगम की नजरों में

प्रदूषण रोकने के तहत चलाये गये विशेष अभियान में परिवहन विभाग ने एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया है, जो वाहन मालिकों को उनके पुराने वाहनों को स्क्रैप करने, वापस लेने या बेचने में मदद करेगा।

by Rakesh Pandey
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

नई दिल्ली: जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ रही हैं, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में AQI का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इस संकट से निपटने के लिए दिल्ली परिवहन निगम ने एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसमें पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को जब्त किया जा रहा है। यह अभियान पर्यावरणीय नियमों के पालन को सुनिश्चित करने और शहर में वायु गुणवत्ता को सुधारने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।

अभियान की शुरुआत और प्रभाव

दिल्ली परिवहन निगम ने 1 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच 2,234 पुराने वाहनों को जब्त किया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इनमें 260 डीजल चार पहिया वाहन शामिल हैं, जो 10 साल से अधिक पुराने हैं। साथ ही 1,156 दोपहिया वाहन और 818 पेट्रोल से चलने वाले तीन और चार पहिया वाहन हैं, जो 15 साल से ज्यादा पुराने हैं। यह अभियान अगले महीने तक यानी दिसंबर तक जारी रहेगा, ताकि वायु प्रदूषण पर काबू पाया जा सके और उधार वाहन मालिकों को उनके वाहनों के प्रबंधन के बारे में बेहतर विकल्प दिए जा सकें।

ऑनलाइन पोर्टल की शुरुआत

इस अभियान के तहत परिवहन विभाग ने एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया है, जो वाहन मालिकों को उनके पुराने वाहनों को स्क्रैप करने, वापस लेने या बेचने में मदद करेगा। यह प्लेटफॉर्म प्रक्रिया को सरल बनाता है और वाहन मालिकों को स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जिससे वे आसानी से अपने वाहनों को उचित तरीके से निपटा सकें। इस कदम का उद्देश्य पर्यावरणीय नियमों को सख्ती से लागू करना है और साथ ही दिल्ली की हवा को साफ करना है।

वायु प्रदूषण को रोकने के लिए अन्य उपाय

दिल्ली में वायु गुणवत्ता के बढ़ते संकट को देखते हुए, ऑड-ईवन योजना का भी संभावित रूप से फिर से लागू किया जा सकता है। यह योजना पहली बार 2016 में लागू की गई थी और इसके बाद से लगभग हर साल इसे लागू किया गया है। इस योजना के तहत, सड़कों पर निजी कारों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए विषम-सम तिथियों के आधार पर वाहनों को चलने की अनुमति दी जाती है। यानी जिन वाहनों की लाइसेंस प्लेट का अंतिम अंक विषम होगा, उन्हें विषम तिथियों पर सड़कों पर चलने की अनुमति होगी, और जिनकी लाइसेंस प्लेट का अंतिम अंक सम होगा, उन्हें सम तिथियों पर चलने की इजाजत मिलेगी।

महत्वपूर्ण यह है कि इस योजना में सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को छूट दी गई थी, ताकि ये पर्यावरणीय दृष्टिकोण से स्वच्छ विकल्प बने रहें। यह उपाय वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहायक साबित हुआ है।

BS3 और BS4 वाहनों पर प्रतिबंध

दिल्ली सरकार ने यह भी घोषणा की है कि BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल प्रमाणित कमर्शियल और निजी वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल उन वाहनों को ही सड़कों पर चलने की अनुमति मिले, जो पर्यावरणीय मानकों के अनुसार हैं और प्रदूषण कम करते हैं। यह कदम दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक अहम पहल है, जो निश्चित तौर पर वायु गुणवत्ता में सुधार करेगा।

दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर परिवहन निगम का यह अभियान एक सकारात्मक कदम है, जो प्रदूषण को नियंत्रित करने और वायु गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को जब्त करना, साथ ही BS3 और BS4 वाहनों पर प्रतिबंध जैसे कदम वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करेंगे। इसके अलावा, ऑड-ईवन योजना के तहत निजी कारों की संख्या को नियंत्रित करना भी एक प्रभावी उपाय साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि इन कदमों से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कितनी जल्दी सुधार होता है और लोग इसके प्रभावी परिणामों को महसूस कर पाते हैं।

Read Also- Delhi AQI : दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर, स्कूल-कॉलेज बंद, केंद्र ने जारी की एडवाइजरी

Related Articles