Dumka (Jharkhand) : झारखंड की उप-राजधानी दुमका ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अभिनव पहल के दम पर बड़ा सम्मान हासिल किया है। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) मसूरी में शुक्रवार को आयोजित ‘यूज केस चैलेंज अवार्ड्स’ समारोह में दुमका के उपायुक्त (DC) अभिजीत सिन्हा को दो अलग-अलग श्रेणियों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। देश भर से प्राप्त 250 से अधिक प्रविष्टियों में से 18 जिलों को सम्मान मिला, जिनमें दुमka को दो श्रेणियाँ में विजयी घोषित किया गया।
दुमका को यह राष्ट्रीय सम्मान शिक्षा और समावेशी विकास के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए मिला है। DC अभिजीत सिन्हा के नेतृत्व में शुरू की गई दो पहलें—’दीदी की दुकान’ और ’24×7 ऑनलाइन शिक्षा समर्थन’—को नीति आयोग द्वारा उत्कृष्ट नवाचार के रूप में चयनित कर सम्मानित किया गया।
महिला सशक्तिकरण और डिजिटल शिक्षा का अभिनव मॉडल
दीदी की दुकान पहल के माध्यम से हजारों ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है, जिसने न केवल महिलाओं में आर्थिक सशक्तिकरण लाई है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया है। वहीं, 24×7 ऑनलाइन शिक्षा समर्थन पहल ने दुमका जिले के छात्रों को डिजिटल माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रतियोगिता स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं संबद्ध सेवाएँ, बुनियादी ढाँचा, सामाजिक विकास तथा वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास जैसे छह प्रमुख विषयों के तहत आयोजित की गई थी।
DC सिन्हा ने कहा- नवाचार और समर्पण की जीत
LBSNAA में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने किया। यह समारोह ‘विकसित भारत रणनीति कक्ष’ और ‘नीति फॉर स्टेट्स’ के तहत नवाचार की भावना का उत्सव था, जिसने डेटा-संचालित शासन मॉडल प्रस्तुत करने वाले जिलों को मान्यता दी।
पुरस्कार मिलने पर DC अभिजीत सिन्हा ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि, “यह दुमका ही नहीं, पूरे राज्य के लिए सम्मान और गर्व का विषय है।” उन्होंने कहा कि दीदी की दुकान से महिला सशक्तिकरण की बुनियाद पुख्ता हुई है, और शिक्षा में डिजिटल माध्यम को मजबूत करने की यह पहल उम्मीदों को आगे बढ़ाने की पहल है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि नवाचार और समर्पण के बल पर प्रशासनिक तंत्र जनहित में नई मिसालें कायम कर सकता है।