VIVEK SHARMA
रांची: राज्य को एक और अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस मेडिकल कॉलेज मिल चुका है। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन पिछले महीने केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया था। जहां पर अगले सत्र से मेडिकल की पढ़ाई होगी। 50 सीटों के लिए एडमिशन भी अगले सत्र से ही होगा। ऐसे में मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई तो ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में होगी। लेकिन उन्हें ट्रेनिंग के लिए सदर हॉस्पिटल लाया जाएगा। इसके लिए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और सदर हॉस्पिटल के बीच एमओयू किया गया है। जिससे कि मेडिकोज को पढ़ाई के दौरान प्रैक्टिकल नॉलेज भी मिलती रहे।
220 बेड का है हॉस्पिटल
100 करोड़ रुपये की लागत से बने इस हॉस्पिटल में 220 बेड की सुविधा है। अगले शैक्षणिक सत्र से यहां 50 सीटों पर एमबीबीएस की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी। यह संस्थान न सिर्फ चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि राज्य के लाखों श्रमिक परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं भी सुलभ कराएगा।
40% सीटें श्रमिकों के बच्चों के लिए
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में फिलहाल एमबीबीएस की कुल 50 सीटें निर्धारित की गई हैं। जिनमें से 40 प्रतिशत सीटें ईएसआईसी से जुड़े श्रमिकों के बच्चों के लिए आरक्षित होंगी। यह पहल श्रमिक परिवारों के सामाजिक और शैक्षणिक उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मेडिकोज को मिलेगा व्यावहारिक प्रशिक्षण
कॉलेज प्रबंधन ने रांची सदर हॉस्पिटल के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के बाद स्टूडेंट्स व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए सदर अस्पताल में वार्ड विजिट करेंगे। इससे मेडिकोज को वास्तविक परिस्थितियों में इलाज की प्रक्रिया को समझने का मौका मिलेगा।
ब्लड बैंक और अर्बन हेल्थ सेंटरों में भी ट्रेनिंग
मेडिकल स्टूडेंट्स को उनकी पढ़ाई के दौरान ब्लड बैंक का भ्रमण कराया जाएगा, जिससे वे ब्लड स्टोरेज, ट्रांसफ्यूजन और सेफ्टी प्रोटोकॉल के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा नामकुम और डोरंडा स्थित अर्बन हेल्थ सेंटरों में भी मेडिकोज की विजिट कराई जाएगी। जिससे वे सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं और प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था से रूबरू हो सकेंगे।
सदर में मेडिकल कॉलेज जैसी सुविधा
सदर हॉस्पिटल में एक मेडिकल कॉलेज जितनी सुविधाएं मौजूद है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स को इस अत्याधुनिक सुविधा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा सीखने के लिए भी नई तकनीक भी होगी। चूंकि हॉस्पिटल में कई सुपरस्पेशियलिटी विभाग भी शुरू हो चुका है। इसके अलावा कई विभागों में लेटेस्ट मशीनें लगाई गई है।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में ये है सुविधाएं
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल 16,360 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है और सभी आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है। भवन में ओपीडी, इमरजेंसी, आईसीयू, चार मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, जेनरल मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री रोग, हड्डी रोग, नेत्र रोग और दंत चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध हैं। साथ ही, यहां योग विभाग, आधुनिक फार्मेसी और डायग्नोस्टिक सेवाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। इस हॉस्पिटल का फायदा रांची और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लगभग 5 लाख ईएसआईसी के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिक परिवारों को मिलेगा।
सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के साथ सदर ने एमओयू साइन किया है। जिसके तहत वहां पढ़ाई करने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स को वार्ड टीचिंग के लिए यहां लाया जाएगा। चूंकि अभी उनके मेडिकल कॉलेज में सारी सुविधाएं नहीं है। जब वहां पर व्यवस्था हो जाएगी तो स्टूडेंट्स अपने ही कैंपस में सबकुछ सीखेंगे।

