जमशेदपुर : बिजली विभाग नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत चरितार्थ कर रहा है। कोल्हान में बिजली के प्रीपेड मीटर लगाने का काम काफी सुस्त चल रहा है। जुगसलाई और आदित्यपुर में विभाग ने 23 जनवरी को प्रीपेड मीटर लगाने के काम की शुरुआत की थी। लगभग 55 दिन गुजर जाने के बाद अब तक सिर्फ 2000 मकानों में ही प्रीपेड मीटर लगाए जा सके हैं। यानि कंपनी एक दिन में लगभग 36 प्रीपेड मीटर लगा रही है। माना जा रहा है कि यह बेहद सुस्त रफ्तार है। अगर कंपनी इसी रफ्तार से काम करती रही तो पूरे कोल्हान में शहरी इलाके में प्रीपेड मीटर लगाने में तकरीबन 22 साल लग जाएंगे। यह लंबा अरसा है। ऐसे में बिजली के प्रीपेड मीटर जिस फायदे के लिए लगाए जा रहे हैं, वह मकसद ही खत्म हो सकता है या फिर तब तक कोई नई तकनीक आ जाए।
299536 घरों में लगने हैं प्रीपेड मीटर
कोल्हान के शहरी इलाकों में दो लाख 99 हजार 536 घरों व इमारतों में प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। अगर कंपनी इसी गति से एक दिन में महज 36 मकानों में ही प्रीपेड मीटर लगाती रही तो कोल्हान में इसे इंस्टाल करने में 8320 दिन लगेंगे, जो तकरीबन 22 साल तक पहुंचता है। यहां बिजली के प्रीपेड मीटर लगाने का काम वेंटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कर रही है। कंपनी ने जुगसलाई और आदित्यपुर से मीटर लगाने का काम शुरू तो कर दिया है। मगर, अब तक यह काम काफी धीमा चल रहा है।
रिमाइंडर पर रिमाइंडर, नहीं सुन रही कंपनी
बिजली के प्रीपेड मीटर लगाने का काम काफी सुस्त होने से बिजली विभाग के अधिकारी चिंतित हैं। बताया जा रहा है कि कंपनी 10 के आसपास कर्मचारी लगा कर काम करा रही है। गौरतलब है कि बिजली विभाग ने कर्मियों की संख्या बढ़ाने के लिए कंपनी को 30 जनवरी को ही पत्र लिख दिया था। इसके बाद फरवरी में फिर पत्र लिखा गया। मगर कंपनी ने कर्मियों की संख्या नहीं बढ़ाई। अब कंपनी को फिर एक रिमाइंडर दिया गया है।
पहले चरण में शहरी इलाकों में लगने है प्रीपेड मीटर
कोल्हान में पहले चरण में शहरी इलाकों में प्रीपेड मीटर लगाने का काम होगा। पूर्वी सिंहभूम जिले में जमशेदपुर शहर के अलावा घाटशिला, चाकुलिया, सरायकेला में सरायकेला, आदित्यपुर, पश्चिमी सिंहभूम में चाईबासा समेत अन्य नगरीय इलाके में यह प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं। जमशेदपुर के अन्य इलाकों में अभी तक प्रीपेड मीटर लगाने का काम तक नहीं शुरू हो पाया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
कंपनी ने बेहद कम कर्मचारी लगाए हैं। उसे कर्मचारी बढ़ाने के लिए कहा गया है। पहले भी उसे पत्र लिखा गया था। फिर रिमाइंडर दिया गया है। कंपनी कर्मचारी की संख्या बढ़ा देगी तो प्रीपेड मीटर लगाने के काम में तेजी आएगी।
सुधीर कुमार, एसी झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड जमशेदपुर
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