नई दिल्ली: दक्षिण-पश्चिम जिले की साइबर पुलिस ने मोहन गार्डन में किराए के फ्लैट से फर्जी कॉल सेंटर चलाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। एक महिला समेत पांच आरोपियों सन्नी कुमार सिंह, मोहम्मद अहमद, कौशल कुमार, अतुल कुमार और एक महिला ज्योति को गिरफ्तार किया है। इनमें सन्नी सीए का छात्र है और कौशल पूर्व बैंक कर्मचारी है। पुलिस ने 10 स्मार्टफोन, ब्रॉडबैंड कनेक्शन, सात बैंक खाता किट, 10 फर्जी फर्म स्टाम्प, पीओएस मशीन, सात क्यूआर कोड स्कैनर और एक सिम कार्ड बरामद किया।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि 20 जून को पालम निवासी ने एनसीआरपी पोर्टल पर ठगी की शिकायत दर्ज की। शिकायतकर्ता को फोन पर एक्सिस बैंक कर्मचारी बनकर रिवॉर्ड पॉइंट्स के बहाने क्रेडिट कार्ड डिटेल्स ली गई और 96,000 निकाल लिए गए। इंस्पेक्टर प्रवेश कौशिक की टीम ने तकनीकी जांच की। ट्रांजैक्शन ट्रेस करने पर ठगी की राशि नोब्रोकर मर्चेंट रेमिटर से यस बैंक, फिर इंडियन और यूनियन बैंक खातों के जरिए निकाली गई। ट्रांजैक्शन से जुड़ी लोकेशन और फुटेज के आधार पर पुलिस ने मोहन गार्डन इलाके से अतुल कुमार को गिरफ्तार किया, जिसकी निशानदेही पर अन्य चार आरोपी भी दबोच लिए गए।
सन्नी मास्टरमाइंड था, जिसने अतुल के नाम पर फर्जी फर्म अतुल्य एंटरप्राइजेज बनाकर खाता खुलवाया। कौशल फर्जी खाते खोलता था। गिरोह ने कॉल सेंटर के लिए फ्लैट किराए पर ले रखा था। मोहम्मद अहमद कॉल करने और पीड़ितों से जानकारी जुटाने का काम करता था, जबकि महिला आरोपी लेनदेन का हिसाब रखने और ठगे गए पैसों की निगरानी करती थी।
फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य संभावित सहयोगियों की तलाश जारी है।