बस्ती : कर्ज में डूबे एक व्यक्ति ने बस्ती जिले में खुद के अपहरण का नाटक रचकर बचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे मथुरा से गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने कर्ज और धोखाधड़ी से जुड़े मामलों पर एक बार फिर से ध्यान केंद्रित किया है।
क्या है मामला?
पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) सत्येंद्र भूषण ने बताया कि 32 वर्षीय राजकुमार चौधरी 15 जनवरी को अचानक लापता हो गया। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। मामले की जांच के दौरान 18 जनवरी को राजकुमार मथुरा में पाया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि भारी कर्ज के दबाव से बचने के लिए उसने खुद के अपहरण का नाटक रचा था।कैसे रची साजिश?राजकुमार ने अपने गांव सबदेइया कलां में अपनी मोटरसाइकिल, काला बैग और पर्स सड़क किनारे छोड़ दिया ताकि ऐसा लगे कि उसका अपहरण हुआ है। इसके बाद वह कानपुर जाने के लिए बस में सवार हुआ और फिर प्रयागराज होते हुए मथुरा पहुंच गया।
कर्ज के बोझ और शिकायतकर्ता की प्राथमिकी के बाद उठाया कदम
पुलिस जांच में सामने आया कि राजकुमार पर कुल 50 लाख रुपये का कर्ज था। उसने कई लोगों से बड़ी रकम उधार ली थी। शिकायतकर्ता उमेश कुमार निषाद ने पुरानी बस्ती थाने में राजकुमार पर 15 लाख रुपये के गबन का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके अलावा, उसने सर्वेश से 11.5 लाख रुपये, यश चौधरी से चार लाख रुपये, अमन चौधरी से तीन लाख रुपये, जगदीश चौधरी से दो लाख रुपये और इंद्रासन से 52 हजार रुपये उधार लिए थे।पुलिस की कार्रवाई जांच में खुलासा हुआ है कि राजकुमार ने ऋणदाता को धोखा देने और कर्ज न चुकाने की मंशा से यह साजिश रची। पुलिस ने उसे मथुरा से गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
गहन जांच कर रही पुलिस
यह मामला बताता है कि कर्ज का दबाव किस हद तक किसी को गलत कदम उठाने पर मजबूर कर सकता है। पुलिस अब मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि सभी पीड़ितों को न्याय मिल सके।