मुजफ्फरपुर। छठ महापर्व की पूजा के बीच बिहार से एक दर्दनाक हादसा हो गया। बच्चों के साथ पटाखा फोड़ने के चक्कर में एक की मौत हो गयी। बिहार के मुजफ्फरपुर में खरना के दौरान आतिशबाजी में एक शिक्षक की जान चली गयी। जानकारी के अनुसार बच्चों ने रॉकेट जलाया। इस दौरान एक रॉकेट ऊपर ना जाकर सीधे शिक्षक मुकेश कुमार के गर्दन में जा घुसा, और रॉकेट का पटाखा उसके गले में ब्लास्ट कर गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये। परिजनों ने उन्हें लहूलुहान स्थिति में छपरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एक घंटे बाद शिक्षक ने दम तोड़ दिया। शव एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है।
शिक्षक मुकेश कुमार की कैसे गई जान
शिवहर जिले के श्यामपुर भटहां थाना की रोहुआ पंचायत के रामवन गांव के मुकेश कुमार रहने वाले थे। शिक्षक मुकेश का तीन भाईयों का परिवार है। मुकेश बच्चों को पढ़ाने का काम करते थे। घटना अहियापुर के नाजिरपुर गायत्री मंदिर के पीछे मोहल्ले में शनिवार की रात करीब आठ बजे हुई। पटाखा फोड़ने का तरीका असुक्षित होने से जान चली गयी।
बड़े भाई की मौत नक्सली हमले में हो गयी थी
अहियापुर थानेदार रोहन कुमार के अनुसार घटना पटाखा के कारण हुई है। जिसमें शिक्षक मुकेश सिंह की अस्पताल में मौत हो गयी। मुकेश के तीन भाई थे। वह तीन भाइयों में मंझले भाई थे। उनके बड़े भाई रोहुआ पंचायत के पूर्व मुखिया नीरज कुमार मुकुल की पहले ही मौत हो चुकी है। 2008 में नक्सली हमले में उनके बड़े भाई की मौत हो गयी। वहीं छोटा भाई मनीष बैंक कर्मी है। वह उत्तर बिहार ग्रामीण में बैंक में काम करते है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
परिवार में मच गया कोहराम
मुकेश रोहुआ पंचायत के बहुआरा स्थित स्कूल में पढ़ाते थे। उनकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ। मुकेश की पत्नी बार बार बेहोश हो जा रही है। मुकेश का एक पुत्र हर्ष कुमार (10) है, और एक बेटी है। बच्चे पिता के शव से लिपटकर रो रहे है। पुलिस शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई कर रही है। वहीं स्थानीय लोग इस विषय पर कुछ नहीं बोल रहे है।
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