अयोध्या : अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के मौके पर आज से तीन दिवसीय भव्य उत्सव की शुरुआत हो गई है। इस आयोजन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। अयोध्या की गलियां राममय हो चुकी हैं और हर दिशा में श्रद्धा और उल्लास का वातावरण बना हुआ है। यह समारोह 11 से 13 जनवरी तक चलेगा, जिसमें बड़ी संख्या में साधु-संत, कलाकार और साहित्यकार शामिल होंगे।

सीएम योगी की अगुवाई में भव्य कार्यक्रम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या दौरा आज सुबह करीब 11 बजे शुरू होगा। वे रामलला की महाआरती करेंगे, उन्हें भोग अर्पित करेंगे और साथ ही यज्ञशाला में हवन भी करेंगे। इसके बाद, अंगद टीला पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जहां विभिन्न समाजसेवी और राजनीतिक नेता भी शामिल होंगे। इस तीन दिवसीय उत्सव में संगीत, कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
अयोध्या में इस समय पूरे शहर की सजावट और व्यवस्था राम मंदिर की भव्यता को दर्शाने वाली है। मंदिर परिसर को 50 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया है और वीआईपी गेट समेत अन्य प्रवेशद्वारों पर आकर्षक सजावट की गई है। नगर निगम ने आयोजन स्थल के आसपास पेड़ों पर लाइटें लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि वातावरण और भी रोशन हो सके। सुरक्षा व्यवस्था को भी चुस्त किया गया है और पुलिस प्रशासन ने कड़ी चौकसी बरतते हुए सुरक्षा की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की है।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा इस भव्य आयोजन की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। इस दौरान रामलला के लिए 56 प्रकार के भोग तैयार किए गए हैं, जिन्हें श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला का विशेष अभिषेक होगा, जिसमें उन्हें स्नान कराकर इत्र का लेपन किया जाएगा और सोने के आभूषणों से सजाया जाएगा। इस दौरान रामलला को सलोने रंग के वस्त्र पहनाए जाएंगे और उन्हें सोने का मुकुट पहनाकर फूल-मालाओं से सजाया जाएगा। इस उत्सव में हर भक्त को दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है, ताकि वे रामलला के दर्शन कर सकें और इस भव्य आयोजन का हिस्सा बन सकें।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
मुख्यमंत्री के आगमन और इस भव्य उत्सव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस बल में पुरुषों के साथ-साथ महिला कर्मियों की भी तैनाती की गई है। अयोध्या में प्रवेश के प्रमुख मार्गों पर यातायात डायवर्जन की योजना बनाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। सुरक्षा चौकियों पर हर वाहन की गहन जांच की जाएगी।
यह उत्सव राम मंदिर के निर्माण और उसकी महत्ता को समाज में और मजबूत करने का एक कदम है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन को दिव्यता और भव्यता का संगम बनाने का पूरा प्रयास किया है, ताकि यह आयोजन अयोध्या में हर साल श्रद्धा, उल्लास और धार्मिक एकता का प्रतीक बने।
भविष्य में बढ़ेगा भव्यता का स्तर
इस वर्ष का उत्सव श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित दीपोत्सव की तर्ज पर आयोजित किया जा रहा है। ट्रस्ट का कहना है कि हर साल इस आयोजन में कुछ नया जोड़ा जाएगा, ताकि इसका स्तर और भी ऊंचा हो और अयोध्या के राम मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़े। इस तरह की भव्यता और धार्मिक उल्लास से भरे उत्सव के आयोजन से अयोध्या को न सिर्फ एक तीर्थ स्थल के रूप में, बल्कि एक सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।