कोलकाता : गंगासागर मेला 2025 इस बार महाकुंभ की तरह श्रद्धालुओं के सैलाब से भर चुका है। पश्चिम बंगाल के गंगासागर में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित हो रहे इस धार्मिक मेले में लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था और श्रद्धा को व्यक्त करने के लिए पहुंचे हैं। मकर संक्रांति के दिन गंगासागर में तीर्थ यात्रियों की भीड़ उमड़ी। प्रशासन के अनुसार अब तक लगभग 40 लाख लोग यहां स्नान कर चुके हैं।
मकर संक्रांति से पहले गंगासागर में स्नान का सिलसिला
गंगासागर मेला हर साल मकर संक्रांति के आसपास आयोजित होता है, जब श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगाने के लिए यहां आते हैं। इस बार मकर संक्रांति का पुण्यकाल मंगलवार सुबह 6:58 बजे से शुरू होगा, जो बुधवार तक रहेगा। इस अवसर पर श्रद्धालु गंगा के संगम स्थल पर स्नान करके अपने पापों से मुक्ति पाने की आशा करते हैं। सोमवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगासागर में स्नान किया।
गंगासागर मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है, जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस वर्ष, महाकुंभ की तरह ही, गंगासागर में भी भारी भीड़ उमड़ी है। प्रशासन ने बताया कि 1 से 12 जनवरी तक 42 लाख लोग गंगासागर पहुंचे थे और मकर संक्रांति के दिन इस संख्या में और भी वृद्धि होने की उम्मीद है।
श्रद्धालुओं की मौत पर प्रशासन ने जताया दुख
हालांकि, इस विशाल मेला के दौरान एक दुखद घटना भी सामने आई है। गंगासागर में स्नान करने आए तीन श्रद्धालुओं का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इनमें एक श्रद्धालु की मृत्यु रविवार को हुई, जबकि दो अन्य श्रद्धालुओं की सोमवार सुबह मौत हो गई। प्रशासन इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धालुओं से सतर्क रहने की अपील कर रहा है।
सुरक्षा इंतजाम और प्रशासन की निगरानी
गंगासागर मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने मेले के दौरान सुरक्षा के लिए करीब 13 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। इसके अलावा, पूरे मेले स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर निगरानी रखी जा रही है।
कोलकाता के आउट्राम घाट से लेकर गंगासागर मेले तक मेगा कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है। प्रशासन ने ये कदम सुरक्षा को मजबूत करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उठाए हैं।
गंगासागर मेला की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता
गंगासागर मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना है, जो न केवल भारत, बल्कि विश्वभर से आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। यह अवसर श्रद्धालुओं को अपने पापों से मुक्ति पाने और भगवान सूर्य को कृतज्ञता अर्पित करने का अवसर देता है।
हर साल की तरह इस बार भी गंगासागर मेला अपनी भव्यता और धार्मिक महिमा के साथ जारी है, जहां लाखों श्रद्धालु आकर अपनी आस्था को प्रकट कर रहे हैं। मेले के दौरान श्रद्धालु गंगा में स्नान करके अपनी जीवन यात्रा को शुद्ध करने की कोशिश करते हैं और यह अवसर उनके लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बनता है।
गंगासागर मेला 2025 एक ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन है, जो महाकुंभ की तरह ही लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। इस वर्ष के मेला में उमड़ी भारी भीड़ और सुरक्षा के कड़े इंतजाम प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहे हैं। हालांकि, इस दौरान हुई कुछ अप्रिय घटनाओं ने भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के महत्व को और बढ़ा दिया है। ऐसे आयोजनों में प्रशासन का सतर्क रहना और श्रद्धालुओं का सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से स्नान करना बेहद जरूरी है।
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