हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में डेंगू कहर बरपा रहा है। यहां पहली बार डेंगू मरीजों की संख्या 500 से पार कर गई है। इतनी बड़े संख्या में यहां कभी भी डेंगू के मरीज नहीं मिले थे। इसे देख न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है बल्कि जिला प्रशासन की भी नींद उड़ गई है। जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से लेकर एसडीओ पीयूष सिन्हा तक लगातार मीटिंग कर दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं।
मंगलवार को जमशेदपुर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 504 पहुंच गई है, जो अबतक का सर्वाधिक है। इससे पूर्व वर्ष 2017 में 457 मरीज मिले थे।
247 मरीज अस्पताल में भर्ती
जमशेदपुर में मंगलवार को डेंगू के 27 नए मरीज मिले। जबकि 66 संदिग्ध मरीजों को शहर के विभिन्न अस्पतालों को भर्ती कराया गया है। जिला सर्विलांस विभाग ने उन सभी का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज व सदर अस्पताल के लैब में जांच को भेजा है। जिले में अबतक कुल 3340 सैंपल की जांच में 504 लोग डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं। वर्तमान में 247 लोगों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसमें आठ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। 239 मरीज सामान्य वार्ड में भर्ती हैं। जिले में अभी तक डेंगू से चार मरीजों की मौत हो चुकी हैं। वहीं, मंगलवार को 74 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे।
नौ साल में मिले 1730 मरीज
जमशेदपुर का आंकड़ा देखा जाए तो बीते नौ साल (2015-23) में डेंगू के कुल 1730 मरीज मिले हैं। इसमें इस साल सबसे अधिक मरीज मिले हैं। इससे पूर्व 2017 में 457 मरीज मिले थे। जबकि वर्ष 2019 में 414 मरीज मिले थे। वहीं, इस बीच डेंगू से 17 मरीजों की मौत हुई है। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद ने बताया कि झारखंड के किसी भी जिले में इतने मरीज अबतक सामने नहीं आए हैं। इस साल सबसे अधिक मरीज मिले हैं, जो चिंता का विषय है।
किस साल कितने डेंगू के मरीज मिले
वर्ष : डेंगू मरीज
2015 : 06
2016 : 214
2017 : 457
2018 : 65
2019 : 414
2020 : 00
2021 : 38
2022 : 32
2023 : 504
क्या है कारण
जमशेदपुर में मच्छरों का आतंक पूर्व से ही रहा है। यहां हर साल डेंगू कहर बरपाते रहा है। इसके बावजूद विभाग द्वारा अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिसके कारण डेंगू मरीजों की संख्या हर साल बढ़ते जा रही है। दरअसल, डेंगू एडिस मच्छर के काटने से होता है। मरीजों की बढ़ती संख्या बताता है कि यहां इस प्रजाति के मच्छर अधिक हैं। डेंगू को लेकर पूर्व में दिल्ली व रांची की भी टीम आ चुकी हैं। इसके बावजूद मरीजों की संख्या बढ़ना चिंताजनक है।
एक साथ कई जगहों पर काटता है डेंगू का मचछर
डेंगू का मच्छर एडिस एक साथ कई जगहों पर काटता है। इस दौरान मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति से काफी मात्रा में ब्लड लेकर वह किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में वायरस पहुंचाता है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
जमशेदपुर के सिविल सर्जन डा. जुझार माझी कहते हैं कि डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। इसके रोकथाम को लेकर विभाग द्वारा कई तरह के कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसमें एंटी लार्वा के छिड़काव से लेकर जन-जागरूकता तक शामिल हैं। वहीं, लोगों को यह भी जानकारी दी जा रही है कि अगर किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखे तो उसे नजरअंदाज नहीं करें बल्कि उसकी जांच कराएं। जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल व सदर अस्पताल में इसकी जांच व इलाज की निश्शुल्क सुविधा है। ऐसे में मरीज थोड़ा भी लापरवाही नहीं बरते। सही समय पर इलाज जरूरी है। देर होने से परेशानी बढ़ जाती है।