- केरल और राजस्थान से ठगों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की वेस्टर्न रेंज-II की टीम ने एक बड़े ऑनलाइन ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी श्रीजीत राजेंद्रन (29) जो एक मछुआरा है ने एक रिटायर्ड कर्नल से फॉरेक्स निवेश के नाम पर 18,80,818 रुपये की ठगी की थी।रिटायर्ड कर्नल ने शिकायत दर्ज की कि दिसंबर 2023 में उन्हें एक अज्ञात नंबर से मैसेज और फोन कॉल आए। कॉल करने वाली महिला, जिसने खुद को क्यूट अर्विन अंघिता बताया, ने उन्हें फॉरेक्स मार्केट में मुनाफा कमाने का लालच दिया। उसने कर्नल को अधिक निवेश करने के लिए उकसाया और विभिन्न किश्तों में भारी राशि निवेश करवाई। जब कर्नल ने कुछ राशि निकालने की मांग की, तो उसे और पैसे जमा करने की शर्त रखी गई। इस तरह, महिला और उसके सहयोगियों ने कर्नल से कुल 18,80,818 रुपये की ठगी की। इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच थाने में 31 अगस्त 2024 को मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान पता चला कि ठगी की राशि विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरित की गई थी। अधिकांश खाते फर्जी पते और फोन नंबरों का उपयोग करके खोले गए थे। बैंक खाता विश्लेषण से पता चला कि 5,93,681 रुपये की राशि श्रीजीत राजेंद्रन के फेडरल बैंक, ओचिरा, कोल्लम, केरल के खाते में स्थानांतरित की गई थी, जिसे उसने उसी दिन नकद निकाल लिया।क्राइम ब्रांच की टीम ने डीसीपी हर्ष इंदोरा के निर्देश पर इंस्पेक्टर अक्षय के नेतृत्व में और एसीपी राज पाल दबास की निगरानी में कोल्लम, केरल में छापेमारी की।
महीनों की कड़ी मेहनत और तकनीकी निगरानी के बाद श्रीजीत राजेंद्रन को अज़ीक्कल, केरल से गिरफ्तार किया गया। इस राष्ट्रीय ठगी गिरोह के एक अन्य सदस्य सुनील को जोधपुर से जनवरी 2025 में गिरफ्तार किया गया था। गिरोह का मास्टरमाइंड आनंदु लाल, जो कोल्लम, केरल का रहने वाला है, अभी फरार है।श्रीजीत राजेंद्रन, मूल रूप से अज़ीक्कल, कोल्लम, केरल का निवासी है और पेशे से मछुआरा है। उसने मात्र 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। अपने एक दोस्त के ठगी से भरे शानदार जीवनशैली से प्रभावित होकर, जल्दी पैसा कमाने की चाह में वह इस ठगी गिरोह में शामिल हो गया।