रांची, नवंबर 18, 2024: झारखंड विधानसभा चुनावों में बरहेट सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनावी मैदान में उतरकर अपनी राजनीतिक पकड़ बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं। यह सीट इस बार चर्चा का मुख्य केंद्र बनी हुई है क्योंकि मुख्यमंत्री के सामने भाजपा के उम्मीदवार गमालियल हेंब्रम ने चुनावी चुनौती पेश की है। इसी बीच हेंब्रम ने अपने लिए जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की है।
BJP ने चुनाव आयोग से की सुरक्षा की मांग
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने हेंब्रम की सुरक्षा के लिए ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने कहा, “चुनावी माहौल में गमालियल हेंब्रम को जान का खतरा है, ऐसे में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
गमालियल हेंब्रम का बयान
गमालियल हेंब्रम ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें हाल ही में कुछ अज्ञात व्यक्तियों से धमकियां मिली हैं। उन्होंने कहा, “बरहेट विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल को देखते हुए मेरी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।” हेंब्रम ने चुनाव आयोग से अपील की कि चुनाव के दौरान उन्हें और उनके समर्थकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
बरहेट सीट की विशेषता
बरहेट विधानसभा सीट पर इस बार का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यहां से लगातार चुनाव जीतते आए हैं, जिससे यह सीट झारखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण बन गई है। इस बार गमालियल हेंब्रम के मैदान में होने से मुकाबला कड़ा और रोचक हो गया है।
राजनीतिक विश्लेषण और प्रतिक्रिया
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि हेमंत सोरेन के खिलाफ हेंब्रम की उम्मीदवारी ने भाजपा को एक मजबूत आधार प्रदान किया है। हेंब्रम की सुरक्षा को लेकर BJP द्वारा उठाया गया कदम पार्टी की गंभीरता को दर्शाता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता इस मामले को लेकर चुनाव आयोग और प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं ताकि निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित किए जा सकें।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रवि कुमार ने BJP प्रतिनिधिमंडल की मांग पर संज्ञान लिया और आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता सभी उम्मीदवारों और मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस मामले में उचित कदम उठाए जाएंगे।”
झारखंड में विधानसभा चुनावों के दौरान सुरक्षा हमेशा एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। पूर्व में भी कई उम्मीदवारों और नेताओं को चुनावी रैलियों और सभाओं के दौरान सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में गमालियल हेंब्रम के लिए सुरक्षा की मांग चुनावी माहौल की गंभीरता को रेखांकित करती है।
इसे भी पढ़ें


