सेंट्रल डेस्कः एक समलैंगिक जोड़े ने बच्चे की चाहत में ऐसी हरकत कर दी है कि आप सोच भी नहीं सकते। दोनों महिलाओं ने एक पांच साल की बच्ची का अपहरण कर लिया। हांला कि इस मामला में कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। दोनों महिलाएं बीते 8 माह से जेल में बंद थी। जमानत देते हुए कोर्ट में जस्टिस मनीष पिटाले ने यह साफ किया कि सबसे बुरी स्थिति में यह कहा जा सकता है कि दोनों महिलाओं ने बच्चे की चाहत पूरी करने के लिए अवैध तरीका अपनाया।
आगे कोर्ट ने अपने फैसले के दौरान कहा कि दोनों महिलाएं समलैंगिक संबंध में थी और साथ में बच्चे की आकांक्षा थी, जो कि बायोलॉजिकल तरीके से मुमकिन नहीं था। कोर्ट ने कहा कि मौजूदा हालात में वे अह नाबालिग बच्चे को गोद लेने में भी असमर्थ होंगे।
इसी साल मार्च में उपनगरीय मुंबई में अगवा किए गए बच्चे के माता-पिता ने समलैंगिक दंपत्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। जोड़े के अलावा तीन अन्य लोग भी इस मामले में दोषी पाए गए है। अपनी शिकायत में बच्ची के माता-पिता ने कहा कि 24 मार्च 2024 को हमारी बच्ची लापता हो गई थी। बच्ची को उसी इलाके की एक महिला के साथ अंतिम बार देखा गया था।
मामला दर्ज होने के अगले ही दिन पुलिस ने बच्ची को समलैंगिक जोड़े के घर से बरामद किया था। इसके बाद दंपत्ति को हिरासत में ले लिया गया था और तब से वो दोनं जेल में थी। इस मामले में दंपत्ति का कहना है कि वो दोनों पिछले 10 साल से लिव इन रिलेशनशिप में थे और बच्चा चाहते थे। बच्चे का इंतजाम करने के लिए दंपत्ति ने अन्य आरोपी को 9000 रुपये दिए थे। अपनी याचिका में दंपत्ति ने स्पष्ट किया कि उन्होंने बच्ची के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया है।