गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में पुलिस ने एक मिनी माउजर फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। रविवार को जिले के जमुआ थाना इलाके के चपरयामो गांव में हुई छापेमारी में पुलिस ने छह अपराधियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने घटनास्थल से लगभग 31 अर्धनिर्मित माउजर के बट और कई अन्य हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए।
चपरयामो गांव में माउजर फैक्ट्री का संचालन
पुलिस ने बताया कि यह मिनी माउजर फैक्ट्री मोहम्मद दयसुद्दीन के घर पर संचालित हो रही थी। दयसुद्दीन ने अपने घर में एक अंडरग्राउंड फैक्ट्री स्थापित की थी, जहां हथियारों की मैन्युफैक्चरिंग की जाती थी। पुलिस को गुप्त सूचना के आधार पर एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एटीएस और बंगाल एसटीएफ की टीम ने मिलकर इस फैक्ट्री पर छापेमारी की।
जब्त सामान और अपराधियों की गिरफ्तारी
छापेमारी में पुलिस ने एक लेथ मशीन, ड्रिल मशीन, 15 केवीए का आयशर कंपनी का डीजी जनरेटर, 31 अर्धनिर्मित माउजर के बट, गोली लोड करने के 10 पीस लोहे के पिछला हिस्से, छह लोहे के टुकड़े, 31 लोहे की पट्टी और एक बाइक सहित कई अन्य सामान बरामद किए। इसके अलावा, पुलिस ने 17 हजार रुपये नकद और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया।
आपराधिक नेटवर्क और आपूर्ति का खुलासा
एसपी डॉ. विमल कुमार ने बताया कि दयसुद्दीन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तैयार किए गए माउजर पिस्टल की आपूर्ति बिहार, झारखंड और बंगाल के विभिन्न हिस्सों में करता था। इन पिस्टल की कीमत लाखों रुपये तक थी। गिरफ्तार अपराधियों में दयसुद्दीन के साथ बिहार के मुंगेर जिले के मोहम्मद इमरान, मोहम्मद सोनू, मोहम्मद शकील, मोहम्मद अफरोज और मुंगेर के रामनगर थाना इलाके के सफियाबाद निवासी रूपेश शर्मा शामिल हैं।
पूर्व में दर्ज आपराधिक मामले
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। मोहम्मद इमरान और मोहम्मद सोनू पर बिहार के खुसरूपुर थाना में आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। इसके अलावा अफरोज के खिलाफ बांका में भी आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया है।