हादसे के वक्त ट्रेलर में लदे थे पाइप, घंटों तक तेज बहाव में फंसा रहा ड्राइवर
गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत डुमरी-गिरिडीह मुख्य सड़क पर सोमवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। बराकर नदी पर बने पुल की रेलिंग तोड़ते हुए एक ट्रेलर लगभग 40 फीट नीचे नदी में जा गिरा। गनीमत रही कि हादसे के बाद ट्रेलर चालक अकील नवाज किसी तरह जान बचाकर ट्रेलर से निकलने में सफल रहा।
टायर फिसलने से हुई दुर्घटना
जानकारी के अनुसार, कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र स्थित काठीबस्ती निवासी अकील नवाज ट्रेलर पर पाइप लोड कर गोड्डा से रांची की ओर जा रहा था। रात करीब 1.30 बजे जब वह बराकर नदी पार कर रहा था, तभी ट्रेलर का टायर फिसल गया और वाहन संतुलन खो बैठा। परिणामस्वरूप, ट्रेलर पुल की रेलिंग तोड़कर सीधा नदी में जा गिरा।
टायर पर बैठकर बचाई जान
हादसे के बाद अकील नवाज ट्रेलर से किसी तरह बाहर निकलकर टायर पर चढ़ गया और मदद के लिए गुहार लगाने लगा। लेकिन रात के अंधेरे में उसकी आवाज किसी तक नहीं पहुंच सकी।
इसी बीच, नदी के दूसरी ओर किसी व्यक्ति ने टॉर्च की रोशनी दिखाई। अकील ने भी ट्रेलर से निकलते समय अपनी टॉर्च साथ रखी थी, जिससे उसने भी इशारा किया। कुछ ही समय में ट्रेलर चालक के साथी पुल पर पहुंच गए और रस्सी फेंककर उसे सहारा दिया।
पुलिस और स्थानीय युवाओं ने किया रेस्क्यू
रात करीब ढाई बजे किसी स्थानीय व्यक्ति ने 100 डायल कर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो और अवर निरीक्षक गौतम कुमार अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। चूंकि बराकर नदी में इस समय बाढ़ जैसी स्थिति है, इसलिए एनडीआरएफ टीम को सूचित करने का भी निर्णय लिया गया।
मछुआरों ने दी थी सबसे पहले सूचना
सुबह उजाला होने के बाद पता चला कि सबसे पहले नदी किनारे मछली मारने वाले मछुआरों ने ही घटना को देखा और 100 डायल पर कॉल किया। इन मछुआरों में जितेंद्र कुमार राय, आशीष कुमार राय और अरबाज समेत पांच लोग नदी में उतरे और ट्रेलर चालक अकील नवाज को बाहर निकालने में मदद की।
प्रशासन की तत्परता से टली जान की हानि
इस पूरे घटनाक्रम में स्थानीय युवाओं, मछुआरों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से चालक की जान बचाई जा सकी। ट्रेलर में लदे पाइप और वाहन को बाद में नदी से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई।
गिरिडीह में हुए इस हादसे ने एक बार फिर पुलों की सुरक्षा और भारी वाहनों की निगरानी को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके साथ ही, इस घटना में स्थानीय लोगों और पुलिस की सतर्कता ने एक जान बचाकर मानवता की मिसाल पेश की है।