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बचाओ.. बचाओ…युवकों की आवाज सुनकर युवती ने उफनती यमुना में लगा दी छलांग, फिर क्या हुआ जानिए

by Rakesh Pandey
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लखनऊ : अभी यूपी-बिहार, झारखंड सहित देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। इन राज्यों से गुजरने वाली नदियां उफान पर हैं। इसी क्रम में मंगलवार को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में चार युवक उफनती यमुना नदी में डूब रहे थे। वे बचाओ…बचाओ…चिल्ला रहे थे, लेकिन किसी की हिम्मत उनको बचाने की नहीं हुई। इसी बीच गांव की युवती मोहिनी भी उन युवकों की आवाज सुनकर पहुंची और युवकों को डूबते देख सीधे यमुना नदी में छलांग लगा दी। उसकी यह बहादुरी देखकर हर कोई दंग रह गया।
दरअसल, गणेश प्रतिमा के विसर्जन करने कुछ युवक पहुंचे थे। इसी दौरान उफनती यमुना नदी में चार युवक डूबने लगे। इसे देख उन युवकों के साथ-साथ उनके साथी भी चिल्लाने लगे, लेकिन यमुना का विकराल रूप देख हर कोई ठिठक गया। इसी बीच 18 वर्षीय युवती भी दौड़ते हुए नदी घाट पर पहुंची और अपनी जान की परवाह किए बगैर नदी में छलांग लगााकर उन युवकों की जान बचा ली। इस युवती का नाम मोहिनी है।

मोहिनी की हिम्मत को हर कोई कर रहा सलाम

मोहिनी की हिम्मत देख हर कोई सलाम कर रहा है। दरअसल, मोहिनी को जैसे ही मालूम चला कि यमुना नदी में चार युवक डूब रहे हैं। तब वह अपने दुकान पर मौजूद थी। युवकों के डूबने की बात सुनकर वह एक रस्सी लेकर दौड़ती हुए नदी घाट पहुंची। इस दौरान देखा कि काफी संख्या में भीड़ है, लेकिन कोई उन युवकों को बचाने का प्रयास नहीं कर रहा है। उधर, चारों युवक नदी की तेज धार में लगातार डूबते जा रहे थे।
इसे देख मोहिनी ने उफनती यमुना में छलांग लगा दी। इसके बाद उन युवकों तक रस्सी फेंक दी। मोहिनी रस्सी के सहारे एक-एक कर चारों युवकों को सुरक्षित निकाल लाई। नदी किनारे खड़े जिन लोगों ने यह दृश्य देखा, वे मोहिनी के साहस की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं।

मोहिनी को किया गया पुरस्कृत

मोहिनी की बहादुरी देख हर कोई दंग है। बटेश्वर के ब्रह्मलालजी मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक अजय भदौरिया ने मोहिनी की हिम्मत की दाद देते हुए उसे पुरस्कृत किया। बटेश्वर की 18 वर्षीय मोहिनी पिता मोहन गोस्वामी की मृत्यु के बाद मां अनीता के साथ ननिहाल में रहती है।वह अपने जीवन-यापन के लिए दुकान लगाकर पूजा सामग्री बेचती है।

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