Godda: झारखंड के गोड्डा जिले के मोतिया गांव से एक ह्रदयविदारक मामला सामने आया है जिसने समाज, कानून व्यवस्था और इंसानियत – तीनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चार मासूम बच्चों की मां को बार-बार पड़ोसी राजेश हरिजन की छेड़छाड़ ने इस हद तक तोड़ दिया कि उसने ज़हर खाकर अपनी जान दे दी।
शाम को लौटी महिला की बदहवासी बनी काल
घटना के अनुसार, महिला हाट से लौटने के बाद काफी घबराई हुई दिख रही थी। महिला ने घर पहुंचने के कुछ देर बाद ही ज़हर पी लिया। जब उसके शरीर पर ज़हर का असर दिखने लगा तो घर वालों ने दौड़कर उसे अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। उसी दौरान उसने रुंधे गले और कांपती आवाज़ में पूरी आपबीती सुनाई।
महिला ने कहा,
“राजेश हरिजन… बार-बार छेड़ता था… आज सारी हदें पार कर दी… अब और नहीं सह सकती…”
इतना कहकर वह बेहोश हो गई… और फिर कभी होश में नहीं आई।
अस्पताल पहुंचने से पहले टूटी सांसें
परिजन महिला को तत्काल गोड्डा सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे भागलपुर रेफर कर दिया। लेकिन अफसोस, रास्ते में सिकटिया के पास महिला की मौत हो गई।
आरोपी गिरफ्तार, कड़ी धाराओं में केस दर्ज
महिला के अंतिम बयान को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी राजेश हरिजन को गिरफ्तार कर लिया है।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि
“इस मामले में कांड संख्या 112/25 के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी पर छेड़छाड़ और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। वह अब न्यायिक हिरासत में है।”
यह घटना पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करती है। एक महिला को अपनी इज्जत के लिए जान क्यों देनी पड़ी? एक मां के आंसुओं को आखिर समाज ने क्यों नहीं सुना? क्या अब भी समाज खामोश रहेगा या इंसाफ के लिए आवाज़ उठेगी? यह खबर सिर्फ एक दर्दनाक घटना नहीं है, बल्कि समाज के मुंह पर एक तमाचा है और हम सभी से जवाब मांगती है।
Also Read: Jharkhand tribal girl gang rape : गोड्डा में आदिवासी नाबालिग से गैंग रेप, आठ गिरफ्तार