गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने सोमवार को स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क दंत चिकित्सा ओपीडी की शुरुआत की। इस ओपीडी में एमडीएस डॉ. रजनीश पांडेय डेंटल हेल्थ एवं हाइजिन को लेकर प्रत्येक सोमवार को सुबह 09:00 से 10:00 बजे के बीच चिकित्सकीय परामर्श देंगे। इस ओपीडी के माध्यम से न केवल दंत चिकित्सा, बल्कि मुख से जुड़ी बीमारियों को लेकर विद्यार्थियों को जागरूक भी किया जाएगा।
दांतों और मसूढ़ों को लेकर सावधानी की है जरूरत : डॉ. रजनीश पांडेय
दंत विशेषज्ञ डॉ. रजनीश पांडेय ने बताया कि पूर्वांचल में दांतों से जुड़ी बीमारियां और मुख कैंसर एक बड़ी समस्या है। ऐसे में दांतों और मसूढ़ों को लेकर बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। इस केंद्र के माध्यम न केवल निशुल्क इलाज मिलगा, अपितु डेंटल डे पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन होगा। तंबाकू मुक्त परिसर का लक्ष्य पूरा करने में भी सभी को ध्यान देने की जरूरत है।
डॉ. रजनीश ने यह भी बताया कि ध्यान नहीं देने से दांत और मुख की समस्या गंभीर हो सकती है। युवाओं को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि आर्मी जैसी तमाम नौकरियों में दांत का स्वस्थ होना भी अनिवार्यता है। दांतों में समस्या होने से शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हो जाता है।
डेंटल हेल्थ को लेकर समाज में जागरूकता ला सकते हैं विद्यार्थी : कुलपति
ओपीडी का उद्घाटन करने के पश्चात कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी डेंटल हेल्थ को लेकर समाज में जागरूकता लाने में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों को डेंटल केयर एवं डेंटल हाइजिन की सुविधा निशुल्क उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है।
उन्होंने कहा कि दांत और मुख की बढ़ती बीमारियों को देखते हुए इसके प्रति जागरूक और सतर्क रहना बेहद जरूरी है। दंत चिकित्सा की निशुल्क सुविधा मिलने से विद्यार्थी सहजता से इसका लाभ ले सकेंगे। जल्द ही दांत और मुख से संबंधित बीमारियों के लिए कैंप लगाकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान प्रति कुलपति प्रो. शान्तनु रस्तोगी, कुलसचिव धीरेंद्र श्रीवास्तव, प्रो. विमलेश मिश्र, प्रो. शिवकांत सिंह, प्रो. गोपाल प्रसाद, प्रो. गौरहरी बेहरा, प्रो. विजय शंकर वर्मा, प्रो. करुणाकर राम त्रिपाठी, प्रो. सुनीता मूर्मू, डॉ. कुशल नाथ मिश्रा, टीएन मिश्रा एवं डॉ. मनीष पांडेय समेत कई शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।