Home » Gorakhpur: बेटे की करतूत से निराश हैं वैज्ञानिक, बेटे ने कर दी थी मां की हत्या

Gorakhpur: बेटे की करतूत से निराश हैं वैज्ञानिक, बेटे ने कर दी थी मां की हत्या

पिपराइच पुलिस ने वैज्ञानिक के घर की तलाशी ली। इस दौरान नाबालिग के कमरे में बिस्तर पर सौ और पांच-पांच सौ के नोट मिले। जो तकरीबन 15 हजार के करीब हैं।

by Anurag Ranjan
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

गोरखपुर: परमाणु अनुसंधान केंद्र चेन्नई के सहायक वैज्ञानिक राम मिलन ने पत्नी आरती की मौत के मामले में पिपराइच थाने में केस दर्ज करा दिया है। बुधवार को बेटे को उसकी नानी के घर से लाकर थाने में पुलिस को सौंप दिया। इस दौरान वे बेहद भावुक हुए और अपने बेटे की इस करतूत पर निराश भाव से देखने लगे। पिपराइच पुलिस ने नाबालिग को अभिरक्षा में लेकर बाल सुधार गृह भिजवा दिया।

बुरी संगत में पड़ जिद्दी हो गया बेटा

राम मिलन के अनुसार, बेटा पूरी तरह स्वस्थ है। उसने हाईस्कूल तक की पढ़ाई भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के स्कूल से की है। उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई कि उसे यहां पढ़ने के लिए भेज दिया। बुरी संगत में पड़कर वह जिद्दी हो गया। राम मिलन ने कहा कि चेन्नई से दोस्तों और रिश्तेदारों के कॉल आ रहे हैं। सभी पूछ रहे हैं कि ये सब कैसे हो गया। पत्नी और इकलौते बेटे दोनों ही मुझसे दूर हो गए। लोगों को बताऊं तो कैसे बताऊं कि पत्नी की मौत का जिम्मेदार उनका अपना ही बेटा है। लखनऊ से एमबीबीएस कर रही बेटी उन्हें चुप कराने में जुटी थी। बेटे की करतूत से शर्मसार वैज्ञानिक अपने घर पर ताला लगाकर रिश्तेदार के यहां चले गए हैं। राम मिलन का कहना है कि अब किसी की बात का जवाब देने का मन भी नहीं कर रहा है।

नशा करने का हो गया था आदी

पिपराइच पुलिस ने वैज्ञानिक के घर की तलाशी ली। इस दौरान नाबालिग के कमरे में बिस्तर पर सौ और पांच-पांच सौ के नोट मिले। जो तकरीबन 15 हजार के करीब हैं। बताया जा रहा है कि वह बहुत कम स्कूल जाता था। वह प्रतिदिन एक कोचिंग में जाता था, उसकी वहीं पर गलत संगत हो गई। वहां कुछ लड़कों के साथ नशा भी करने लगा था।

तीन घंटे तक तड़पीं थी आरती

गौरतलब है कि दो दिसंबर को सुबह 8:30 बजे बेटे को स्कूल जाने का दबाव बनाने पर उसने मां आरती को धक्का दे दिया था। इस दौरान आरती दो बार गिरीं। उनके सिर में चोट लगने से खून बह रहा था। उसी हाल में बेटा उन्हें छोड़कर चला गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, करीब तीन घंटे तक आरती फर्श पर तड़पी थीं। इसके बाद तेज दर्द की वजह से कोमा में चली गईं। शरीर से खून अधिक निकल जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। अगर बेटे ने गिरने के बाद मां को अस्पताल पहुंचाया होता तो उनकी जान बच जाती।

अपनी करतूत पर पछता रहा है नाबालिग

पुलिस हिरासत में आने के बाद वैज्ञानिक का बेटा अपनी मां के लिए रोने लगा। वह बार-बार कह रहा था कि उससे अनजाने में बहुत बड़ी गलती हो गई है। अब किससे माफी मांगे, समझ में ही नहीं आ रहा है। कोई उसकी मां को फिर से लौटा दे।

Read Also: Gadhwa crime investigation : उत्तर प्रदेश का युवक ससुराल में रहकर चोरी करता था, गढ़वा में गिरफ्तार

Related Articles