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डार्क पैटर्न को सरकार ने किया बैन, क्या है ये…

by Rakesh Pandey
डार्क पैटर्न को सरकार ने किया बैन
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नई दिल्ली। डिजिटल वर्ल्ड की कल्पना करने में हमने देखा है की कैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अपनी पकड़ तेजी से जमा रही है। ई-कॉमर्स के बढ़ते पकड़ ने जन्म दिया है एक नया टर्म जिसे ‘डार्क पैटर्न’ (Dark Patterns) कहा जाता है। भारत सरकार ने ई-कॉमर्स के सभी उपभोक्ताओं के हितों के लिए डार्क पैटर्न के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है। नए गाइडलाइंस के अनुसार सरकार ने डार्क पैटर्न के प्रति कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है। इससे ना केवल उपभोक्ता सुरक्षित रहेंगे, बल्कि उन्हें धोखाधड़ी से बचने में भी मदद मिलेगी। साथ ही, जुर्माना लगाने की प्रक्रिया ने कंपनियों को अपने उपभोक्ताओं के प्रति जिम्मेदारीपूर्ण रूप से व्यवहार करने पर मजबूर किया है।

नए गाइडलाइंस के अनुसार जुर्माना का प्रावधान

सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) ने 30 नवंबर को ‘डार्क पैटर्न रोकथाम एवं विनियमन दिशा-निर्देश’ (Guidelines for Prevention and Regulation of Dark Patterns) को लागू करते हुए इस प्रकार की शर्तें रखी हैं कि जो भी प्लेटफॉर्म्स, विज्ञापनदाताएं और सेलर्स इन डार्क पैटर्न का उपयोग करेंगे, उन्हें जुर्माना भुगतना होगा। नए गाइडलाइंस के मुताबिक डार्क पैटर्न का सहारा लेना उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन होगा, जिससे इस प्रकार के बेहतर और निष्कर्ष संबंध स्थापित हो सकें।

ग्राहकों की सुरक्षा में नए कदम

कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट के तहत इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर नोटिफाई गाइडलाइंस के अनुसार जुर्माना लगाया जाएगा। यह नया नियम ग्राहकों को उनके अधिकारों का पूरा हक देगा और उन्हें ई-कॉमर्स पर विश्वास करने के लिए एक मजबूत और सुरक्षित माहौल प्रदान करेगा।

क्या होता है डार्क पैटर्न?

डार्क पैटर्न एक ऐसा तरीका है, जिससे ग्राहकों को गुमराह किया जाता है। इसका उपयोग कंपनियों या कारोबारियों द्वारा किया जाता है, ताकि वे ग्राहकों को धोखा दे सकें या उनके व्यवहार और पसंदों को प्रभावित कर सकें। इससे उपभोक्ताओं को गलत जानकारी दिखाई जा सकती है या उन्हें अनचाहे विकल्पों में मजबूर किया जा सकता है। डार्क पैटर्न की वजह से यूजर्स को गलत जानकारी मिलती है और वे अनचाहे विकल्पों में मजबूर हो सकते हैं। यह अनैतिक व्यापारिक तकनीक है, जिससे उपभोक्ताओं को धोखा देने का प्रयास किया जाता है।

डार्क पैटर्न के प्रकार

गलत जानकारी द्वारा धोखा: कुछ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स अविश्वसनीय तकनीक का उपयोग करके उपभोक्ताओं को गलत जानकारी प्रदान कर सकती हैं, जिससे वे सही फैसला नहीं कर पाते।

विशेषज्ञता का दुरुपयोग: कई बार कंपनियां उपभोक्ताओं के विशेषज्ञता का दुरुपयोग करके अनचाहे उत्पादों को प्रमोट करने का प्रयास करती हैं, जिससे उपभोक्ता भ्रांतियों में फंस सकते हैं।

अनचाहे ऑप्शन्स का प्रस्तुतिकरण: डार्क पैटर्न्स का एक और रूप है उपभोक्ताओं को अनचाहे ऑप्शन्स को चयन करने के लिए मजबूर करना, जिससे उन्हें विकल्पों की सही जानकारी नहीं मिल पाती।

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