Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले की गुवा अयस्क खदान प्रबंधन ने सीएसआर (CSR) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रबंधन की ओर से “जल ही जीवन है” अभियान की शुरुआत की गई है। इसी अभियान के तहत खदान प्रबंधन की ओर से शनिवार को पांच नवनिर्मित सौर जल मीनारों का उद्घाटन किया गया।

इन गांवों हुई सौर जलमीनारों की शुरुआत
खदान प्रबंधन की ओर से क्षेत्र के गंगदा, घाटकुरी, डुइया, छोटा जामकुंडिया और बड़ा जामकुंडिया गांव में सौर जल मीनारों की स्थापना की गई है। शनिवार को इसका विधिवत उद्घाटन किया गया। उद्घाटन की शुरुआत गंगदा गांव से हुई। इसके बाद क्रमशः उक्त गांवों में सौर जल मीनार ग्रामीणों को समर्पित किए गए। इस कार्यक्रम का समापन बड़ा जामकुंडिया गांव में हुआ।
स्वच्छ पेयजल व पर्यावरण संरक्षण
खदान प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि इन जल मीनारों से जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों को भी राहत मिलेगी। ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल, सुरक्षित व निरंतर पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी। इसके साथ ही सौर ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में सेल प्रबंधन के जीएम (खान) एसपी दास, जीएम (ई एंड एल) डॉ. टीसी आनंद, गंगदा पंचायत की मुखिया राजू सांडिल, मानकी लागुरा देवगम, जामकुंडिया के मुंडा रुबेन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। इस पूरे आयोजन का संचालन एवं परियोजना का नेतृत्व डीजीएम (सीएसआर) अनिल कुमार ने किया, जिनकी देखरेख में सभी सौर जल मीनारों का निर्माण कार्य पूरा हुआ।