गुमला: Bandhu Tirkey visited Gumla Museum: झारखंड में आगामी संविधान बचाओ कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बंधु तिर्की और पार्टी के सह प्रभारी बेला प्रसाद गुमला जिला के दौरे पर पहुंचे। अपने दौरे के दौरान नेताओं ने गुमला स्थित आदिवासी संस्कृति म्यूजियम का अवलोकन किया और कहा कि यह म्यूजियम आदिवासी समाज की सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रतीक है।
संविधान बचाओ अभियान की तैयारियों की समीक्षा
गुमला पहुंचने पर बंधु तिर्की और बेला प्रसाद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगामी संविधान बचाओ अभियान की तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह अभियान संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और आदिवासियों के अधिकारों को लेकर पार्टी की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
म्यूजियम में दर्शाया गया ऐतिहासिक और सांस्कृतिक गौरव
गुमला जिला मुख्यालय परिसर में स्थित आदिवासी म्यूजियम का अवलोकन करने के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसे झारखंड के लिए एक सांस्कृतिक धरोहर बताया। म्यूजियम में आदिवासी जीवनशैली, परंपराएं, वेशभूषा, संगीत, और सामाजिक संरचना को प्रदर्शित किया गया है।
बेला प्रसाद ने कहा कि यह म्यूजियम आदिवासी समाज को नजदीक से जानने और समझने का एक सशक्त माध्यम है। इससे आदिवासियों की असली संस्कृति और पहचान को जानना आसान हो जाता है।
म्यूजियम के लिए पैकेज व विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग
बंधु तिर्की ने कहा कि वे झारखंड सरकार से म्यूजियम के रखरखाव के लिए विशेष पैकेज की मांग करेंगे ताकि यह सांस्कृतिक स्थल भविष्य में और भी समृद्ध हो सके। साथ ही उन्होंने कार्तिक उरांव महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कार्तिक उरांव जैसे महान नेता के नाम पर संचालित महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाए जाने से इस क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी सुधार आएगा।
आदिवासी हितों की रक्षा कांग्रेस की प्राथमिकता: बंधु तिर्की
संविधान बचाओ कार्यक्रम के संदर्भ में बंधु तिर्की ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही आदिवासी अधिकारों और संस्कृति की रक्षा के लिए संघर्ष करती रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य है कि आदिवासी समाज को उसका वास्तविक हक और सम्मान मिले।
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