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JEE Main 2025 में हर्ष झा ने 100 पर्सेंटाइल के साथ रचा इतिहास, झारखंड-बिहार को किया गौरवान्वित

JEE मेन 2025 में 100 पर्सेंटाइल हासिल कर हर्ष झा ने झारखंड और बिहार का नाम किया रोशन। गुमला के डीएवी स्कूल से पढ़े हर्ष ने देशभर में 23वीं रैंक पाई, वहीं जमशेदपुर के आर्यन मिश्रा झारखंड टॉपर बने।

by Anand Mishra
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  • गुमला के डीएवी स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई, ऑल इंडिया में 23वीं रैंक हासिल कर चमकाया दोनों राज्यों का नाम

रांची: JEE Main 2025 का रिजल्ट शुक्रवार देर रात जारी किया गया, जिसमें देशभर के लाखों विद्यार्थियों के बीच गुमला निवासी हर्ष झा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 100 पर्सेंटाइल स्कोर के साथ ऑल इंडिया 23वीं रैंक प्राप्त की है। हर्ष ने इस उपलब्धि से न सिर्फ झारखंड, बल्कि अपने मूल राज्य बिहार का भी मान बढ़ाया है।

जेईई में टॉप करने वाले 24 छात्रों में हर्ष भी शामिल

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा जारी जेईई मेन 2025 के नतीजों में देशभर से केवल 24 छात्र ऐसे हैं जिन्होंने 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया है। हर्ष झा उनमें से एक हैं। उनकी इस सफलता से झारखंड के शिक्षा जगत में उत्साह का माहौल है।

पिता गणित शिक्षक, बेटा राष्ट्रीय टॉपर

हर्ष झा के पिता चंदन कुमार झा, गुमला स्थित डीएवी स्कूल में गणित शिक्षक हैं और वर्तमान में परिवार सहित बैंक कॉलोनी, गुमला में किराए के मकान में रहते हैं। हर्ष का मूल निवास बिहार के बेगूसराय जिले के बछवारा थाना क्षेत्र के सुरो गांव में है, इसलिए उनकी पहचान झारखंड और बिहार दोनों से जुड़ी हुई है।

बचपन से ही मेधावी, झारखंड में बने थे थर्ड टॉपर

हर्ष ने कक्षा 1 से 10वीं तक की पढ़ाई डीएवी स्कूल, गुमला से की और 10वीं बोर्ड परीक्षा में 99% अंक लाकर झारखंड में तीसरे स्थान पर रहे थे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के एसजीएम स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की और जेईई मेन की तैयारी जारी रखी।

हर्ष का सपना : आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस

बातचीत के क्रम में में हर्ष के पिता ने बताया कि उनका बेटा आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहता है। जेईई मेन के बाद अब उसकी नजर जेईई एडवांस 2025 पर है।

जेईई एडवांस की परीक्षा के लिए टॉप 2.50 लाख रैंक वाले विद्यार्थी ही पात्र होते हैं। हर्ष की रैंक और स्कोर को देखते हुए उनके आईआईटी एडमिशन के अवसर बेहद प्रबल हैं।

जेईई मेन के बाद क्या?

जिन छात्रों की रैंक टॉप 2.50 लाख में नहीं आती, वे एनआईटी, ट्रिपल आईटी और अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला लेते हैं। लेकिन हर्ष जैसे विद्यार्थी, जो जेईई मेन में टॉप कर चुके हैं, अब आईआईटी के द्वार तक पहुंच चुके हैं।

गुमला से निकली सफलता की कहानी

हर्ष झा की यह उपलब्धि केवल एक व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि झारखंड और बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में छुपी प्रतिभा का प्रमाण है।

झारखंड टॉपर जमशेदपुर के आर्यन मिश्रा भी बिहार के

जेईई मेन 2025 में 99.99 पर्सेंटाइल स्कोर कर जमशेदपुर के आर्यन मिश्रा झारखंड टॉपर बने हैं। इस बार झारखंड के विद्यार्थियों ने देशभर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जो राज्य की शिक्षा गुणवत्ता और मेहनती छात्रों की मिसाल है। उनके पिता एके मिश्रा ने बताया कि वे मूलतः बिहार के गोपालगंज जिले के निवासी हैं।

संघर्ष और समर्पण की इस कहानी ने यह साबित कर दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मार्गदर्शन सही हो, तो किसी भी शहर या गांव से निकलकर देश की सर्वोच्च संस्थाओं में पहुंचना संभव है।

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