

Ranchi (Jharkhand) : रांची में 10 लेन की सड़क चौड़ीकरण परियोजना को लेकर हटिया विस्थापित परिवार समिति ने कड़ा विरोध जताया है। रविवार को कुटे में हुई बैठक में विस्थापित परिवारों ने इस परियोजना से रोजगार छिनने और दोबारा विस्थापित होने की आशंका को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। इस दौरान दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को भी श्रद्धांजलि दी गई।

हक नहीं मिला, तो नहीं देंगे निर्माण की इजाजत : समिति
समिति के अध्यक्ष पंकज शाहदेव की अध्यक्षता में हुई बैठक में विस्थापितों ने सरकार के प्रति अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इस बार वे पीछे नहीं हटेंगे और जब तक उनके हक और अधिकार नहीं दिए जाएंगे, तब तक किसी भी निर्माण कार्य की अनुमति नहीं देंगे।

मांगों को स्वीकार करे सरकार : शाहदेव
पंकज शाहदेव ने कहा कि विस्थापितों की मांगें जायज हैं और सरकार को उन्हें स्वीकार करना ही होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यह लड़ाई सड़क से लेकर उच्चतम न्यायालय तक लड़ी जाएगी, और बिना रैयत की अनुमति के एक भी घर नहीं तोड़ा जाएगा। समिति के महासचिव और झामुमो नेता कलाम आजाद ने विस्थापितों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द ही इस समस्या का समाधान निकालेंगे। सचिव महावीर मुंडा ने कहा कि 10 लेन सड़क के कारण किसी को भी उजड़ने नहीं दिया जाएगा और सरकार को इसके लिए कोई वैकल्पिक रास्ता खोजना चाहिए।

मंत्री के निधन से स्थगित हुआ धरना प्रदर्शन
बैठक की शुरुआत में पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मंत्री के निधन के कारण पहले से घोषित विधायक आवासीय परिसर धरना कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया जाए। बैठक को विजय सिंह, विनय उरांव, कालीचरण लोहार और प्रतीमा उरांव समेत कई नेताओं ने भी संबोधित किया।
