Hazaribag (Jharkhand) : झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ में सोशल मीडिया के जरिए हुई दोस्ती का एक गंभीर मामला सामने आया है। असम की एक युवती ने आरोप लगाया है कि एक शादीशुदा युवक ने अपनी पहचान छिपाकर उसे धोखे में रखा और लंबे समय तक संबंध बनाए। लगभग दो साल तक दबाव झेलने के बाद युवती मंगलवार को आरोपी के चंगुल से भाग निकली और पुलिस से मदद मांगी।
सोशल मीडिया पर दोस्ती, फिर गैङा पहुंची युवती
पीड़िता असम के गोलघर जिले के डिमोरूजान थाना क्षेत्र अंतर्गत उरिआमघाट की रहने वाली है। उसने अपना नाम रोसमी मेस (पिता जयांतो मेस) बताया है। रोसमी ने बताया कि वर्ष 2023 में उसकी सोशल मीडिया पर आरोपी से दोस्ती हुई। युवक ने अपना नाम “राहुल” बताकर विश्वास हासिल किया। बाद में उसे पता चला कि युवक का असली नाम अहमद रजा है और वह पहले से शादीशुदा है।
दबाव में साथ रही, बच्चे को दिया जन्म
आरोपी पर आरोप है कि वह रोसमी को आसनसोल से गैङा लेकर आया, जहां युवती को उसकी असली पहचान और वैवाहिक स्थिति की जानकारी मिली। खुद को ठगा हुआ महसूस करने के बावजूद युवती दबाववश आरोपी के साथ रही। इसी बीच उसने एक बच्चे को भी जन्म दिया। पीड़िता ने कई बार भागने की कोशिश की, लेकिन असफल रही।
स्थानीय लोगों की मदद से थाने पहुंची
मंगलवार को युवती किसी तरह गैङा से निकलकर बगोदर के जरमुने पहुंची। वहां स्थानीय लोगों ने उसकी मदद की और विष्णुगढ़ थाना पहुंचाया।
संगठनों और नेताओं ने की कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा नेता आशीष कुमार बोर्डर, गैङा के पूर्व मुखिया शंभूलाल यादव सहित कई स्थानीय लोग थाने पहुंचे। उन्होंने मामले को गंभीर बताते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि युवती के साथ छल कर उसकी जिंदगी बर्बाद की गई है।
पुलिस ने जांच शुरू की
विष्णुगढ़ थाना प्रभारी सपन कुमार महथा ने बताया कि युवती वर्तमान में थाने में है और वह अपने घर लौटना चाहती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।