हजारीबाग : हजारीबाग एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी की संदिग्ध मौत ने अब नया मोड़ ले लिया है। पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि एसडीओ ने ही अपनी पत्नी अनिता को जलाकर मार डाला। उन्होंने कहा कि अगर यह घटना दुर्घटना होती, तो अशोक कुमार परिजनों और अधिकारियों को तुरंत जानकारी देते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिससे शक और गहराता है।
घटना की कड़ी सवालों से घिरी कहानी
मेहता ने बताया कि जलने की घटना के बाद अनिता को पहले आरोग्यम अस्पताल, फिर बोकारो, फिर मेदांता रांची और अंत में देवकमल अस्पताल ले जाया गया। बावजूद इसके, इस घटना की सूचना हजारीबाग, बोकारो या रांची के किसी अधिकारी को नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अशोक कुमार ने खुद अपनी पत्नी को जलाकर मारने की योजना बनाई थी।
बच्चों को पहले ही भेज दिया था घर
भुवनेश्वर मेहता ने दावा किया कि घटना से दो दिन पहले एसडीओ ने अपने दोनों बच्चों को घर भेज दिया था। इसके बाद ही यह घटना घटी। उन्होंने प्रशासन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यदि यह घटना किसी आम व्यक्ति द्वारा की गई होती, तो प्रशासन तुरंत कार्रवाई करता। लेकिन एसडीओ के प्रभाव के कारण अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री और एसपी से गिरफ्तारी की मांग
पूर्व सांसद ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि एसडीओ अशोक कुमार को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। साथ ही हजारीबाग एसपी से भी उन्होंने इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की।
मौके पर मौजूद थे कई समर्थक
पत्रकार वार्ता के दौरान गणेश वर्मा, निजाम अंसारी और मोहम्मद हकीम सहित कई लोग मौजूद थे। मेहता ने कहा कि यह मामला न्याय के लिए लड़ाई का है और वे इसे अंत तक उठाते रहेंगे।