रांची: झारखंड सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने में जुटी है। मरीज को अपने आसपास में ही बेहतर इलाज मिले इसके लिए प्रयास भी किया जा रहा है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल हेल्थ क्लीनिक के लिए 5.90 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। जिससे क्लीनिक का संचालन किया जाएगा। यह योजना राज्य के सभी 24 जिलों में लागू की जाएगी, जहां पीवीटीजी समुदायों की संख्या अधिक है।
बजट दो हिस्से में बांटा
इस योजना के तहत कुल दो हिस्सों में बजट को विभाजित किया गया है। पहले भाग में 11 जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, दुमका, जामताड़ा, लातेहार, साहिबगंज, लोहरदगा, खूंटी, गुमला और चाईबासा को कुल 2 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। वहीं दूसरे भाग में बचे हुए 13 जिलों बोकारो, सरायकेला-खरसावां, देवघर, पलामू, गिरिडीह, गोड्डा, गढ़वा, कोडरमा, पाकुड़, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा और सिमडेगा को कुल 3.90 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं।
इस कार्य में खर्च की जाएगी राशि
इस बजट के माध्यम से जिलों में चलंत स्वास्थ्य क्लिनिक के संचालन, मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, आवश्यक उपकरणों की खरीद और आदिम जनजातियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रत्येक जिला स्तर पर संबंधित सिविल सर्जन को व्ययन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है, जो राशि के उपयुक्त उपयोग और सेवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे। सरकार की इस पहल का उद्देश्य है कि सुदूर और पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले पीवीटीजी समुदायों को समय पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। जिससे उनमें कुपोषण, बीमारी और मृत्यु दर को कम किया जा सके।