हेल्थ डेस्क। Bubonic Plague: यूरोप का आधा साफ करने वाली बीमारी ब्यूबोनिक प्लेग (Bubonic Plague) की दस्तक ने पूरे दुनिया को हिला दिया है। अगर यह बीमारी फैली तो कोरोना से विकराल रूप लेगी है। इससे निपटने के लिए सभी देश अपने अपने स्तर से तैयारियां कर रहे है।
Bubonic Plague- भारत में दे दी दस्तक
कोरोना ने पूरे विश्व को एक तरह से तबाह कर दिया था। अब Bubonic Plague ने भारत में दस्तक दे दी है। यह एक चिंता करने वाली बीमारी है। यह कोरोना के तरह ही फैलती है और मौत कारण बनती है। अमेरिका में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। 1930 में ब्यूबोनिक प्लेग फैली थी और करोड़ों लोगों के मौत का कारण बनी थी। अगर इस बीमारी का आपको पता चलता है, तो इसका तुरंत इलाज करायें।
Bubonic Plague- इलाज में यह दवा होती है कारगर
एंटीबायोटिक्स से इसका इलाज संभव है। यह बीमारी जानवरों में भी होती है। जब यह बीमारी बिल्ली को हुई, तो उसे दवा दी गयी। लेकिन बिल्ली की जान नहीं बच पायी। 1346 और 1353 में यूरोप में इस बीमारी ने कोहराम बचाया था। इस बीमारी से लगभग पांच करोड़ लोगों की मौत हो गयी थी। इस महामारी को ब्लैक डेथ के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिका में इस बीमारी के मिलने से पूरे विश्व में चिंता बढ़ गयी है।
Bubonic Plague- तीन प्रकार से आ सकते है चपेट में
यह बीमारी बैक्टीरिया के कारण होती है। इस बैक्टीरिया का नाम प्लेग यर्सिनिया पेस्टिस है। जो जानवरों के साथ इंसानों में फैलता है। वाई पेस्टिस ज्यादातर छोटे जानवरों में फैलता है, जिसे पिस्सू कहते है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार इंसान तीन प्रकार से संक्रमण की चपेट में आ सकते है। संक्रमित जानवर के काटने से, संक्रामक व्यक्ति या दूषित सामान से असुरक्षित संपर्क में आने तथा पीड़ित व्यक्ति की सांस के सम्पर्क में आने से होती है।
Bubonic Plague- इस रोग के लक्षण
ब्यूबोनिक प्लेग के कई लक्षण होते है। ब्यूबोनिक प्लेग बैक्टीरिया लिम्फ नोड्स में प्रवेश करता है। अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र के अनुसार इसके होने से सिरदर्द, कमजोरी, सूजन जैसी समस्या होती है।
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