पटना : बिहार में इफ्तार पार्टी को लेकर सियासी माहौल गर्मा गया है। राज्य में इफ्तार पार्टी पर बीजेपी और आरजेडी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। बीजेपी ने आरजेडी पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। वहीं, आरजेडी ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है और इसे दोहरे मापदंडों का हिस्सा बताया है।
बीजेपी ने आरजेडी पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया
बीजेपी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने इफ्तार पार्टी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘INDI गठबंधन के लोग तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं और इसलिए इफ्तार पार्टी में शामिल होते हैं’। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता पाकिस्तान के उच्चायुक्त की इफ्तार पार्टी में भी भाग लेते हैं और यह उनकी तुष्टीकरण की राजनीति का हिस्सा है। नीरज कुमार ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तुष्टीकरण की राजनीति में विश्वास नहीं रखते और वे शिवरात्रि जैसे धार्मिक आयोजनों में भी शामिल होते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘एनडीए सबके साथ और सबके विकास की बात करता है। विपक्ष वोट बैंक की राजनीति के लिए सब कुछ करता है’।
तेजस्वी यादव की मंदिर और इफ्तार पार्टी पर टिप्पणी
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को दरभंगा में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान, तेजस्वी यादव ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और तिलक भी लगवाया। इसके बाद वह एक इफ्तार पार्टी में शामिल हुए। इफ्तार पार्टी में शामिल होने के दौरान तेजस्वी यादव ने जालीदार टोपी पहन रखी थी, जिस पर बीजेपी ने आपत्ति जताई। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि तेजस्वी ने मंदिर में तिलक तो लगवाया, लेकिन इफ्तार पार्टी में टोपी पहनना उनकी नीयत को दर्शाता है।
बीजेपी नेता और बिहार सरकार के मंत्री जिबेश कुमार ने कहा, ‘तेजस्वी यादव को शर्म आना चाहिए कि वे तिलक हटाकर जालीदार टोपी पहनकर इफ्तार पार्टी में पहुंचे। हर धर्म का सम्मान होना चाहिए और ऐसा करना वोट की राजनीति का हिस्सा है’।
जेडीयू और आरजेडी के बीच तीखी बयानबाजी
इस बीच, जेडीयू नेता अभिषेक झा ने बीजेपी के आरोपों का जवाब दिया और कहा, ‘हमारे नेता नीतीश कुमार सबको साथ लेकर चलते हैं। बीजेपी और जेडीयू दोनों अलग-अलग विचारधाराओं वाली पार्टियां हैं। नीतीश कुमार की सरकार हर धर्म का सम्मान करती है और इसके तहत ही कब्रिस्तान की घेराबंदी के साथ मंदिरों में भी सम्मान दिया जाता है’।
आरजेडी ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी के लोग दोहरे मापदंड अपनाते हैं। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘ जब भी हम इफ्तार का आयोजन करते हैं, तो बीजेपी हमें निशाना बनाती है, लेकिन नीतीश कुमार जब इफ्तार पार्टी आयोजित करते हैं, तो बीजेपी चुप रहती है। हम मंदिर भी जाते हैं और इफ्तार पार्टी में भी शामिल होते हैं’।
नीतीश कुमार और लालू यादव की इफ्तार पार्टी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 मार्च को अपने आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन करेंगे। इसके बाद 24 मार्च को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी इफ्तार पार्टी का आयोजन करेंगे। हालांकि, इस बार लालू यादव की इफ्तार पार्टी आरजेडी के सीनियर नेता और एमएलसी अब्दुल बारी सिद्दीकी के सरकारी आवास पर आयोजित होगी, जबकि पहले यह आयोजन पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर होता था। इफ्तार पार्टी के आयोजन को लेकर चल रही सियासी हलचल ने बिहार की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है और इसका असर आगामी विधानसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है।