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Bihar Police High Security Jail : बिहार में बनेंगे 2 हाई सिक्योरिटी जेल, 7 हजार कुख्यात अपराधी और नक्सलियों की लिस्ट तैयार

हाई सिक्योरिटी जेल का उद्देश्य कुख्यात अपराधियों को पूरी तरह से अलग-थलग रखना है, ताकि उनका बाहरी दुनिया से संपर्क न हो सके। जेलों को इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि वहां मोबाइल नेटवर्क की पहुंच भी नहीं हो।

by Rakesh Pandey
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पटना : बिहार में बढ़ते अपराधों पर काबू पाने के लिए बिहार पुलिस ने अपनी रणनीतियों को फूलप्रूफ बनाने की कवायद शुरू कर दी है। पुलिस विभाग की विशेष टीम एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने कई कुख्यात अपराधियों और नक्सलियों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की योजना बनाई है। बिहार के एडीजी मुख्यालय, कुंदन कृष्णन ने मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान बड़ी घोषणाएं कीं, जिसमें 7,000 कुख्यात अपराधियों और नक्सलियों की लिस्ट तैयार करने की जानकारी दी गई।

STF ने तैयार की है लिस्ट:

कुंदन कृष्णन ने बताया कि एसटीएफ ने बिहार के विभिन्न जिलों से लगभग 4,000 कुख्यात अपराधियों की लिस्ट तैयार की है, जिनमें सोना लूटने वाले अपराधी भी शामिल हैं। इसके साथ ही, 3,000 नक्सलियों की लिस्ट भी तैयार की गई है, जिन्हें जल्द ही पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। पुलिस की यह पहल बिहार में अपराध की दर को कम करने के उद्देश्य से की जा रही है।

हाई सिक्योरिटी जेल की योजना:

बिहार सरकार ने केंद्र से दो हाई सिक्योरिटी जेल बनाने की मांग की है। कुंदन कृष्णन के अनुसार, इन जेलों का निर्माण विशेष रूप से कट्टरपंथियों, नक्सलियों और कुख्यात अपराधियों के लिए किया जाएगा। इन जेलों को सुनसान और अलग-अलग इलाकों में बनाया जाएगा, ताकि इन अपराधियों से कोई भी बाहरी संपर्क न हो सके। जेलों का लोकेशन पहले ही केंद्र सरकार को भेज दिया गया है और बहुत जल्द इनकी स्थापना की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

कम उम्र के अपराधी रडार पर:

कुंदन कृष्णन ने यह भी बताया कि एसटीएफ युवाओं के बीच बढ़ते अपराधों को लेकर चिंतित है। खासकर, वे युवा जो पढ़े-लिखे होते हुए भी अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं। एसटीएफ ने इन युवाओं की पहचान शुरू कर दी है और पुलिस तकनीकी और मानवीय तरीकों से इनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है। विशेष तौर पर वैशाली, समस्तीपुर और भोजपुर जैसे जिलों के अपराधी अब पुलिस के रडार पर हैं।

युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से रोकें: कुंदन कृष्ण

कुंदन कृष्णन ने युवाओं और उनके परिवारों से अपील की है कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें और उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकें। उन्होंने कहा कि अपराध की दुनिया में कदम रखने से न सिर्फ बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है, बल्कि उनके परिवारों को भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि “बच्चों के पास अचानक से सोने की चैन, महंगी गाड़ियां और अच्छा पैसा कहां से आ रहा है?” यह सब संकेत हैं, जो परिवारों को सतर्क कर सकते हैं।

लूट के आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू:

एडीजी कुंदन कृष्णन ने यह भी जानकारी दी कि पुलिस द्वारा ज्वेलरी शोरूम लूट के मामलों में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें ज्यादातर नवयुवक हैं। इसके अलावा, जेल में बैठे कुख्यात अपराधियों द्वारा इन अपराधों को अंजाम दिलवाया जा रहा है। पुलिस अब इन अपराधियों की संपत्ति की जांच करने के साथ-साथ उन्हें जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर रही है।

हाई सिक्योरिटी जेल की खासियत:

हाई सिक्योरिटी जेल का उद्देश्य कुख्यात अपराधियों को पूरी तरह से अलग-थलग रखना है, ताकि उनका बाहरी दुनिया से संपर्क न हो सके। इन जेलों को इस प्रकार डिजाइन किया जाएगा कि वहां मोबाइल नेटवर्क का पहुंचना भी असंभव हो, और अपराधियों के आवागमन पर पूरी तरह से कड़ी नजर रखी जा सके।

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